नई दिल्ली: आरजेडी से निकाले गये सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को लालू-नीतीश गठजोड़ को अपना ‘दुश्मन नंबर 1’ बताया और अपनी पार्टी के गठन की घोषणा करते हुए बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन की पेशकश की।
यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह गठबंधन नापाक है। वे सोचते हैं कि बिहार उनकी निजी संपत्ति है। बिहार में विकास मुद्दा है, जाति और धर्म नहीं। अगर बीजेपी मेरे एजेंडा के साथ सहमत हो जाती है तो हम मिलकर काम कर सकते हैं।’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि योगी आदित्यनाथ और साक्षी महाराज जैसे हिंदूवादी नेताओं पर लगाम कसकर रखी जाए और विकास पर ध्यान दिया जाए। लंबे समय तक आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के वोट बैंक के तौर पर देखे जाते रहे यादव समाज के लोगों तक अपना संदेश पहुंचाते हुए पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर अपने नाम पर जबरन सहमति कराके प्रसाद को उनकी जगह दिखा दी है।
उन्होंने कहा कि जेडीयू नेता ने यादव और मुस्लिम समुदाय को प्रसाद के ‘जंगलराज’ का सबसे बड़ा लाभार्थी बताया था। पप्पू ने कहा, ‘लालूजी कहते हैं कि उनकी पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है। यह उनका समर्थन करने वालों के साथ बड़ा अन्याय है। वह यादवों, मुस्लिमों और दलितों के बड़े दुश्मन हैं।’ उन्होंने कहा कि उनकी जन अधिकार पार्टी जल्दी इस बारे में निर्णय करेगी कि बिहार विधानसभा चुनाव में वह कितनी सीटों पर लड़ेगी।