केरल में शनिवार देर रात पुत्तिंगल मंदिर में आतिशबाजी के दौरान आग गई थी
कोल्लम:
केरल के पुत्तिंगल अग्निकांड में 29 साल के जिस एक व्यक्ति के मर जाने की आशंका थी, वह जीवित निकला, जबकि यहां अत्तींगल में उसके परिवार ने भूलवश किसी दूसरे व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
परिजनों में खुशी के साथ चिंता भी
वैसे उस व्यक्ति को जीवित देखकर उसके परिजन की खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर वह किसका शव था जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार किया। प्रमोद की मां ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनका बेटा जीवित है, लेकिन उस व्यक्ति के रिश्तेदारों के बारे में सोचकर उनकी आंखें भर आईं, जिसका उन्होंने भूलवश अंतिम संस्कार कर दिया।
स्टोररूम से पटाखे लाने में मदद कर रहा था प्रमोद
आतिशबाजी के दौरान स्टोरहाउस से विभिन्न प्रकार के पटाखे लाने में मदद कर रहा प्रमोद विस्फोट की वजह से दूर जा गिरा था और जख्मी हो गया था। उसका कोल्लाम के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। वैसे उसके रिश्तेदारों ने उसे विभिन्न अस्पतालों में ढूंढ़ा, लेकिन उन्हें वह नहीं मिला। उसके बाद परिवार के लोग मान बैठे कि वह मर गया है और उसी के जैसे विकृत दांतों वाले एक व्यक्ति की प्रमोद के रूप में शिनाख्त कर बैठे।
शोक में डूबे रिश्तेदार प्रमोद के शव के भ्रम में उस दूसरे व्यक्ति का शव अपने घर लाए और फिर सोमवार को पूर्ण विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन अगले दिन उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पुलिस ने बताया कि प्रमोद जिंदा है।
प्रमोद के साथियों ने फेसबुक पर डाली थी तस्वीर
प्रमोद के साथ इलाज करा रहे कुछ अन्य लोगों ने उसके रिश्तेदारों को खोजने के लिए अपने फेसबुक एकाउंटों पर उसकी तस्वीर डाल दी थी। पुलिस को वह पोस्ट नजर आयी और उसने उसके रिश्तेदारों को यह खबर दी। वैसे प्रमोद का कहना है कि उसे बिल्कुल याद नहीं कि उसे अस्पताल में किसने और कैसे भर्ती कराया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
परिजनों में खुशी के साथ चिंता भी
वैसे उस व्यक्ति को जीवित देखकर उसके परिजन की खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर वह किसका शव था जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार किया। प्रमोद की मां ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनका बेटा जीवित है, लेकिन उस व्यक्ति के रिश्तेदारों के बारे में सोचकर उनकी आंखें भर आईं, जिसका उन्होंने भूलवश अंतिम संस्कार कर दिया।
स्टोररूम से पटाखे लाने में मदद कर रहा था प्रमोद
आतिशबाजी के दौरान स्टोरहाउस से विभिन्न प्रकार के पटाखे लाने में मदद कर रहा प्रमोद विस्फोट की वजह से दूर जा गिरा था और जख्मी हो गया था। उसका कोल्लाम के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। वैसे उसके रिश्तेदारों ने उसे विभिन्न अस्पतालों में ढूंढ़ा, लेकिन उन्हें वह नहीं मिला। उसके बाद परिवार के लोग मान बैठे कि वह मर गया है और उसी के जैसे विकृत दांतों वाले एक व्यक्ति की प्रमोद के रूप में शिनाख्त कर बैठे।
शोक में डूबे रिश्तेदार प्रमोद के शव के भ्रम में उस दूसरे व्यक्ति का शव अपने घर लाए और फिर सोमवार को पूर्ण विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन अगले दिन उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पुलिस ने बताया कि प्रमोद जिंदा है।
प्रमोद के साथियों ने फेसबुक पर डाली थी तस्वीर
प्रमोद के साथ इलाज करा रहे कुछ अन्य लोगों ने उसके रिश्तेदारों को खोजने के लिए अपने फेसबुक एकाउंटों पर उसकी तस्वीर डाल दी थी। पुलिस को वह पोस्ट नजर आयी और उसने उसके रिश्तेदारों को यह खबर दी। वैसे प्रमोद का कहना है कि उसे बिल्कुल याद नहीं कि उसे अस्पताल में किसने और कैसे भर्ती कराया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
केरल, केरल मंदिर हादसा, पुत्तिंगल मंदिर, प्रमोद, मृत व्यक्ति मिला जिंदा, Kerala Temple Tragedy, Kerala, Puttingal Fire Tragedy