विज्ञापन
This Article is From Jun 21, 2019

केरल के CM का दावा, 'प्यासे' तमिलनाडु ने ठुकरा दी 20 लाख लीटर पेयजल की पेशकश

केरल सरकार ने गुरुवार को दावा किया कि उसने तमिलनाडु को 20 लाख लीटर पेयजल मुहैया कराने की गुरुवार को इच्छा जताई थी लेकिन तमिलनाडु ने ‘अभी मदद की जरूरत नहीं है’ कहते हुए इस पेशकश को ठुकरा दिया.

केरल के CM का दावा, 'प्यासे' तमिलनाडु ने ठुकरा दी 20 लाख लीटर पेयजल की पेशकश
तमिलनाडु में पानी की किल्लत- (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

केरल सरकार ने गुरुवार को दावा किया कि उसने तमिलनाडु को 20 लाख लीटर पेयजल मुहैया कराने की गुरुवार को इच्छा जताई थी लेकिन तमिलनाडु ने ‘अभी मदद की जरूरत नहीं है' कहते हुए इस पेशकश को ठुकरा दिया. हालांकि तमिलनाडु सरकार ने पेशकश ठुकराने वाली बात से इंकार किया है. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी शुक्रवार को आयोजित होने वाली एक समीक्षा बैठक में इस पर चर्चा करने के बाद उचित फैसले की घोषणा करेंगे.

दिल्ली: कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास फर्नीचर मार्केट में लगी भीषण आग, कोई हताहत नहीं

वहीं द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने तमिलनाडु सरकार से अपील की है कि वह लोगों की मदद करने के लिए केरल के साथ मिलकर काम करें. स्टालिन ने केरल के मुख्यमंत्री की इस पेशकश के लिए उनका आभार जताया. इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी किया था, ‘‘जैसा कि चेन्नई के बड़े जलाशय पानी की कमी का सामना कर रहे हैं तो ऐसी स्थिति में केरल सरकार ने मदद का हाथ बढ़ाने का निर्णय लिया है.''

बता दें, उमस भरी गर्मी और तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई को ढंग से पानी नसीब नहीं है क्योंकि पाइप लाइन से आने वाले पानी की आपूर्ति में चालीस फीसदी की कटौती कर दी गई है. शहर के चार जलाशय सूख गए हैं. चेन्नई मेट्रो वॉटर एजेंसी पाइप के जरिए दिन में केवल 525 मिलियन लीटर की आपूर्ति करती है. जबकि शहर को हर दिन 800 मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है. ऐसे में लोगों के काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

दुनियाभर में मनाया जा रहा 5वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, पीएम मोदी ने कहा- धर्म और जाति से ऊपर है योग

चेन्नई के अधिकांश निवासी अब निजी पानी के टैंकरों पर निर्भर हैं, जो पहले से ही महंगा है और अब कीमतें दोगुनी हो गई हैं, लेकिन फिर भी पानी समय पर नहीं पहुंचता है. राष्ट्रीय जल अकादमी के पूर्व निदेशक मनोहर खुशालानी ने एनडीटीवी को बताया, "2015 में, चेन्नई में बाढ़ आई थी. उसी कारण जिससे बाढ़ आई थी उसी से ये सूखा है. जलाशयों और नहरों का संग्रहण करना पड़ेगा और अतिक्रमण को रोकना चाहिए."

Video: चेन्नई में पानी की किल्लत, कमी को पूरा करने के लिए वसूले जा रहे मनचाहे दाम

(इनपुट भाषा से)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com