माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी नयी दिल्ली से दस दिन बाद बृहस्पतिवार को लौट आए. वह एम्स में इलाज कराने के लिए उच्चतम न्यायालय की अनुमति पर नई दिल्ली गए थे. जम्मू-कश्मीर के 72 वर्षीय पूर्व विधायक ने सीने में दर्द का एम्स में इलाज कराया. शीर्ष अदालत के आदेश पर नौ सितंबर को नई दिल्ली जाने से पहले वह 35 दिनों तक नजरबंद थे. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यहां लौटकर आने के बाद उन्हें स्थानीय प्रशासन ने हिरासत में ले लिया या नहीं.
शीर्ष अदालत ने सोमवार को यह कहते हुए तारिगामी को अपने गृह राज्य लौट जाने की अनुमति दी थी कि यदि एक्स के डॉक्टर उन्हें जाने की इजाजत देते हैं तो तो उन्हें किसी मंजूरी की जरूरत नहीं है.
नई दिल्ली में मंगलवार को माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के साथ संवाददाता सम्मेलन में तारिगामी ने कठोर जन सुरक्षा कानून के तहत पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को हिरासत में लेने को लेकर केंद्र की आलोचना की थी. तारिगामी ने कहा था कि सीमापार के लोग ताली बजा रहे हैं कि वे जो नहीं कर सके, वह सरकार ने कर दिखाया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में जो कुछ हो रहा है वह देश के हित में नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘ हम, अब्दुल्ला और अन्य आतंकवादी नहीं हैं. यह वाकई भयावह दौर है. मैं बहुत परेशान हूं.''
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