काशीनाथ के उपन्यास पर आधारित फिल्म का दृश्य
लखनऊ:
प्रसिद्ध कथाकार काशीनाथ सिंह लखनऊ में सोमवार को 'भारत भारती' पुरस्कार से सम्मानित किए गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंदी दिवस पर 113 साहित्यकारों को सम्मानित किया।
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की ओर से यशपाल सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में हिंदी दिवस पर साहित्य शिल्पियों को वर्ष 2014 में प्रकाशित उत्कृष्ट पुस्तकों के लिए पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों को अंगवस्त्र, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न व नकद राशि प्रदान कर सम्मानित किया।
संस्थान का सर्वोच्च सम्मान भारत भारती 'रेहन पर रघु' उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले प्रसिद्ध कथाकार काशीनाथ सिंह को दिया गया। उन्हें अंगवस्त्र, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न व पांच लाख रुपये भेंट कर सम्मानित किया गया।
वहीं 'लोहिया साहित्य सम्मान' दिल्ली की मृदुला गर्ग को दिया गया। विनोद कुमार शुक्ल को 'हिंदी गौरव सम्मान', डॉ कृष्ण बिहारी मिश्र को 'महात्मा गांधी सम्मान', प्रो अभिराज राजेंद्र मिश्र को 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान' और कर्नाटक हिंदी प्रचारक समिति को 'राजश्री पुरुषोत्तम दास टंडन सम्मान' से नवाजा गया। इन सभी को चार-चार लाख रुपये भेंट किए गए।
इसी तरह, दो लाख रुपये के पुरस्कारों की श्रृंखला में लखनऊ के ओम प्रकाश मिश्र को शोध एवं अनुसंधान के प्रति समर्पित मानविकी विषयों में उत्कृष्ट लेखन के लिए 'विद्या भूषण सम्मान' प्रदान किया गया। इनके अलावा प्रताप दीक्षित, डॉ पुष्पा भारती, राजकृष्ण मिश्र, डॉ रामकठिन सिंह, डॉ रंगनाथ मिश्र, डॉ रमा सिंह, कमल नयन पाण्डेय, मोहन दास नैमिशराय, बलराम और उमाशंकर सिंह यादव को 'साहित्य भूषण सम्मान' से अलंकृत किया गया।
संस्थान की ओर से वर्ष 2014 में प्रकाशित पुस्तकों पर नामित पुरस्कार 50 हजार रुपये की धनराशि के साथ 28 पुस्तकों के लिए दिए गए। इसके अलावा 30 पुस्तकों पर 20 हजार रुपये के 'सर्जना पुरस्कार' दिए गए।
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की ओर से यशपाल सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में हिंदी दिवस पर साहित्य शिल्पियों को वर्ष 2014 में प्रकाशित उत्कृष्ट पुस्तकों के लिए पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों को अंगवस्त्र, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न व नकद राशि प्रदान कर सम्मानित किया।
संस्थान का सर्वोच्च सम्मान भारत भारती 'रेहन पर रघु' उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले प्रसिद्ध कथाकार काशीनाथ सिंह को दिया गया। उन्हें अंगवस्त्र, प्रशस्तिपत्र, स्मृतिचिह्न व पांच लाख रुपये भेंट कर सम्मानित किया गया।
वहीं 'लोहिया साहित्य सम्मान' दिल्ली की मृदुला गर्ग को दिया गया। विनोद कुमार शुक्ल को 'हिंदी गौरव सम्मान', डॉ कृष्ण बिहारी मिश्र को 'महात्मा गांधी सम्मान', प्रो अभिराज राजेंद्र मिश्र को 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान' और कर्नाटक हिंदी प्रचारक समिति को 'राजश्री पुरुषोत्तम दास टंडन सम्मान' से नवाजा गया। इन सभी को चार-चार लाख रुपये भेंट किए गए।
इसी तरह, दो लाख रुपये के पुरस्कारों की श्रृंखला में लखनऊ के ओम प्रकाश मिश्र को शोध एवं अनुसंधान के प्रति समर्पित मानविकी विषयों में उत्कृष्ट लेखन के लिए 'विद्या भूषण सम्मान' प्रदान किया गया। इनके अलावा प्रताप दीक्षित, डॉ पुष्पा भारती, राजकृष्ण मिश्र, डॉ रामकठिन सिंह, डॉ रंगनाथ मिश्र, डॉ रमा सिंह, कमल नयन पाण्डेय, मोहन दास नैमिशराय, बलराम और उमाशंकर सिंह यादव को 'साहित्य भूषण सम्मान' से अलंकृत किया गया।
संस्थान की ओर से वर्ष 2014 में प्रकाशित पुस्तकों पर नामित पुरस्कार 50 हजार रुपये की धनराशि के साथ 28 पुस्तकों के लिए दिए गए। इसके अलावा 30 पुस्तकों पर 20 हजार रुपये के 'सर्जना पुरस्कार' दिए गए।
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