द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के नेता एम. के. स्टालिन ने अपने दिवंगत पिता और पार्टी नेता एम. करुणानिधि (M Karunanidhi) की याद में बुधवार को एक भावुक पत्र लिखा. पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे 94 वर्षीय करुणानिधि का यहां मंगलवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. पत्र में स्टालिन ने कहा, "आपको अप्पा, अप्पा कहकर बुलाने की बजाए मैंने कई बार आपको थलाइवरय, थलाइवरय (मेरे नेता) कहकर बुलाया है. थलाइवरय क्या मैं आपको एक बार अप्पा कहकर पुकार सकता हूं". स्टालिन ने कहा, "तीस साल पहले, आपने कहा था कि आपकी कब्र पर ये शब्द अंकित होने चाहिए .. वह व्यक्ति जिसने आराम किए बिना काम किया था, यहां आराम कर रहा है. क्या आप तमिल समुदाय के लिए कड़ी मेहनत करने की संतुष्टि के साथ विदा हुए हैं".
Karunanidhi Death: एम करुणानिधि के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़, देशभर से पहुंचे नेता, देखें PHOTOS
आपको बता दें कि करुणानिधि काफी समय से बीमार चल रहे थे. 28 जुलाई को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार की शाम 6 बजकर 10 मिनट पर करुणानिधि का निधन हो गया. एम करुणानिधि के निधन के बाद भारतीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ पड़ी. द्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करूणानिधि के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित तमाम नेताओं ने शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है. तमिलनाडु सरकार ने विपक्षी द्रमुक को उसके दिवंगत नेता पूर्व मुख्यमंत्री एम. करूणानिधि को दफनाने के लिए मरीना बीच पर जगह देने से इनकार कर दिया और उसे इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री सी राजगोपालचारी और के कामराज के स्मारकों के समीप जगह देने की पेशकश की. सरकार के इस कदम पर विवाद पैदा हो गया है और अब यह मामला मद्रास हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. (इनपुट-IANS)
Karunanidhi Death: करुणानिधि को मरीना बीच पर दफनाने को लेकर क्यों है विवाद? 10 बड़ी बातें
VIDEO : सन 1969 में संभाली थी सत्ता
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं