तमिलनाडु में तमाम विरोध के बीच वेत्रिवल यात्रा (vetrivel yatra) के बाद भाजपा ने सत्तारूढ़ एआईएडीएमके (AIADMK) को नाराजगी का एक और मुद्दा थमा दिया है. समझा जाता है कि भाजपा (BJP) द्वारा एक प्रचार वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एमजी रामचंद्रन को दिखाए जाने से एआईएडीएमके नाराज है. MGR एआईएडीएमके के संस्थापक थे. एमजीआर ने 1972 में एआईएडीएमके की स्थापना की थी. उनके बाद पार्टी में सबसे लोकप्रिय रहीं जयललिता ने खुद उनके साथ कई फिल्मों में अभिनय किया और राजनीति में भी उनकी वजह से आईं.
प्रचार के दौरान एमजीआर (MGR) का इस्तेमाल एआईएडीएमके और भाजपा के बीच बहस का एक मुद्दा बन गया है. कोविड (Covid-19) की चिंताओं को लेकर एआईएडीएमके (AIADMK) ने इस यात्रा पर रोक लगा दी थी, लेकिन BJP संक्षिप्त रूप से ही इस यात्रा को पूरा किया और गिरफ्तारी भी दी. भाजपा ने एआईएडीएमके (AIADMK) से कहा है कि यह उसकी सालाना यात्रा है, जो कुछ दलों के हिन्दू विरोधी एजेंडे के खिलाफ है.
வெள்ளை நிற குதிரையில் கருப்பசாமி வாராரு,
— BJP Tamilnadu (@BJP4TamilNadu) November 5, 2020
வீச்சருவா மின்னுதப்பா என்ன செய்ய போறாரு,
வீரத்தலைவன் எங்க முருகன் பக்கம் வாராரு,
நாளா வெற்றியும் வர நல்ல வாக்கு தாராரு
பாஜக கலை கலாச்சாரப் பிரிவு சார்பாக #வெற்றிவேல்_யாத்திரை தயாரிக்கப்பட்டுள்ள பாடல்#துள்ளி_வருது_வேல் pic.twitter.com/Yq9yJPOSk9
एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता सी पोनैयन ने कहा, "जहां तक इस यात्रा का सवाल है, हम जरा भी केंद्र से भयभीत नहीं होने वाले हैं. हमारी विचारधाराएं भिन्न हैं. हम हिन्दू, इस्लाम, ईसाइयत और बौद्धवाद सभी चाहते हैं. हम सांप्रदायिक सौहार्द्र चाहते हैं. " राज्य सरकार ने 100 लोगों के जमा होने की दी गई अनुमति भी वापस ले ली थी. इसको लेकर भाजपा ने तीखा विरोध जताया था.
भाजपा ने तमिलनाडु सरकार को घेरा
भाजपा के राज्य महासचिव केटी राघवन ने कहा, मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी शुक्रवार को वेल्लोर में थे, जहां सैकड़ों एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं का हुजूम था, क्या पुलिस ने कोई कार्रवाई की. सबसे पहले आपको मुख्यमंत्री के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए. क्या ऐसा कोई केस दर्ज किया गया?
केंद्र में भाजपा को सहयोग
एआईएडीएमके को भाजपा की सहयोगी पार्टी माना जाता है. उसने राज्यसभा में की महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराए जाने के दौरान सरकार का सहयोग किया है, जब विपक्ष ज्यादा ताकतवर था.लेकिन पार्टी भाजपा द्वारा उसकी पार्टी के नायक के इस्तेमाल को पचा नहीं पा रही है. उसका मानना है कि अभिनेता और राजनेता एमजीआर की छवि और लोकप्रियता को इससे नुकसान पहुंचेगा.
तमिलनाडु में छह माह के भीतर चुनाव
तमिलनाडु में अगले छह माह में चुनाव होने वाले हैं. यह डीएमके और एआईडीएमके दोनों दलों के दिग्गज नेताओं के निधन के बाद राज्य में पहला विधानसभा चुनाव है. पिछले चुनाव के बाद एआईएडीएमके नेता जयललिता और डीएमके के प्रमुख करुणानिधि का देहावसान हो चुका है. भाजपा को लग रहा है कि यह दक्षिण भारत के इस राज्य में पैठ बढ़ाने का अच्छा अवसर है. दक्षिण भारत की बात करें तो भाजपा का सिर्फ कर्नाटक में ही वर्चस्व है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं