बीएस येदियुरप्पा की फाइल फोटो
बेंगलुरु:
कर्नाटक के लोकयुक्त पुलिस ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों बीएस येदियुरप्पा और एचडी कुमारस्वामी के खिलाफ तक़रीबन एक एकड़ ज़मीन के घोटाले का मुक़दमा दर्ज किया है। येदियुरप्पा फिलहाल बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
इसकी शिक़ायत लोकायुक्त पुलिस में आरटीआई कार्यकर्ता जयकुमार हिरेमठ ने दर्ज करवाई है। आरटीआई के तहत निकाले गए दस्तावेजों की बुनियाद पर कुमारस्वामी को आरोपी ने एक और येदियुरप्पा को अरोपी नंबर 2 बनाया गया है। मामला भरष्टाचार निरोधक कानून और आपराधिक षड्यंत्र रचने का है।
हिरेमठ ने जो आरोप लगाये हैं वो कुछ इस तरह सिलसिलेवार तरीक़े से समझे जा सकते हैं।
- बेंगलुरु विकास प्राधिकरण ने तक़रीबन 1 एकड़ 17 गुंथा ज़मीन लेआउट बनाने के लिए बेंगलुरु शहर के पश्चिमी हिस्से आरटी नगर के गगनहल्ली में लिया।
- 2007 में जब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे तब राजशेखरैय्या नाम के एक शख्स ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को दस्तावेज़ दिखाकर ज़मीन के इस टुकड़े पर अधिकार मांगा।
- जांच के बाद कुमारस्वामी ने कथित तौर पर डीनोटिफिकेशन के पक्ष में सहमति दी।
- लकिन उसी साल कुमारस्वामी की सरकार गिर गई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
- लेकिन 2010 में मुख्यमंत्री बनने के बाद येदियुरप्पा ने डीनोटिफिकेशन के आदेश दे दिए।
- तब राजशेखरैय्या की जगह एक महिला पावर ऑफ़ अटॉर्नी लेकर मालिकाना हक़ के लिए सामने आयी। उसने बताया की राजशेखरैय्या ने ज़मीन उसके हाथ बेच दी है।
- ज़मीन दस्तावेजों की जांच में बाद उसे सौंप दी गयी।
- हिरेमठ का दावा है कि विमल देवी कोई और नहीं बल्कि कुमारस्वामी की सास हैं।
फिलहाल कुमारस्वामी इस मामले में प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं और येदियुरप्पा संसद का सत्र चलने की वजह से दिल्ली में हैं। लोकायुक्त पुलिस की एसपी अर्बन सोनिया नारंग की देख रेख में इस मामले की जांच शुरू हो गयी है।
इसकी शिक़ायत लोकायुक्त पुलिस में आरटीआई कार्यकर्ता जयकुमार हिरेमठ ने दर्ज करवाई है। आरटीआई के तहत निकाले गए दस्तावेजों की बुनियाद पर कुमारस्वामी को आरोपी ने एक और येदियुरप्पा को अरोपी नंबर 2 बनाया गया है। मामला भरष्टाचार निरोधक कानून और आपराधिक षड्यंत्र रचने का है।
हिरेमठ ने जो आरोप लगाये हैं वो कुछ इस तरह सिलसिलेवार तरीक़े से समझे जा सकते हैं।
- बेंगलुरु विकास प्राधिकरण ने तक़रीबन 1 एकड़ 17 गुंथा ज़मीन लेआउट बनाने के लिए बेंगलुरु शहर के पश्चिमी हिस्से आरटी नगर के गगनहल्ली में लिया।
- 2007 में जब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे तब राजशेखरैय्या नाम के एक शख्स ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को दस्तावेज़ दिखाकर ज़मीन के इस टुकड़े पर अधिकार मांगा।
- जांच के बाद कुमारस्वामी ने कथित तौर पर डीनोटिफिकेशन के पक्ष में सहमति दी।
- लकिन उसी साल कुमारस्वामी की सरकार गिर गई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
- लेकिन 2010 में मुख्यमंत्री बनने के बाद येदियुरप्पा ने डीनोटिफिकेशन के आदेश दे दिए।
- तब राजशेखरैय्या की जगह एक महिला पावर ऑफ़ अटॉर्नी लेकर मालिकाना हक़ के लिए सामने आयी। उसने बताया की राजशेखरैय्या ने ज़मीन उसके हाथ बेच दी है।
- ज़मीन दस्तावेजों की जांच में बाद उसे सौंप दी गयी।
- हिरेमठ का दावा है कि विमल देवी कोई और नहीं बल्कि कुमारस्वामी की सास हैं।
फिलहाल कुमारस्वामी इस मामले में प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं और येदियुरप्पा संसद का सत्र चलने की वजह से दिल्ली में हैं। लोकायुक्त पुलिस की एसपी अर्बन सोनिया नारंग की देख रेख में इस मामले की जांच शुरू हो गयी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कर्नाटक लोकायुक्त, बीएस येदियुरप्पा, एचडी कुमारस्वामी, जमीन घोटाला, Karnataka Lokayukta, BS Yeddyurappa, HD Kumaraswamy, Land Scam