उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल में कानपुर में समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक के साथ झगड़े और उसके बाद हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में लखनऊ समेत राज्य के विभिन्न जिलों में हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों पर आज आवश्यक सेवा बहाली अधिनियम (एस्मा) लागू कर दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हड़ताल के मद्देनजर प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में मरीजों को हो रही दुश्वारियों के मद्देनजर जूनियर डॉक्टरों पर एस्मा लागू कर दिया गया है। अब उन्हें काम पर वापस लौटना होगा वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर आदित्य पटेल ने बताया कि एस्मा लागू होने के बावजूद उनकी हड़ताल जारी रहेगी। अगर सरकार ने एस्मा को तामील कराने में जबर्दस्ती की तो जूनियर डॉक्टर सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार के साथ गतिरोध खत्म होने की फिलहाल कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है, क्योंकि सरकार सहानुभूतिपूर्वक रवैया अपनाने के बजाय दमन पर उतारू हो गयी है। आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पैतृक गांव सैंफई में रेलवे स्टेशन पर जूनियर डॉक्टरों की पिटाई की गयी। इसके अलावा कानपुर में गत शुक्रवार को गिरफ्तार किये गये 24 जूनियर डॉक्टरों को अलग-अलग बैरकों में रख दिया गया है और उन्हें उनके परिजन से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ द्वारा कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशस्वी यादव समेत आला पुलिस अफसरों का तबादला किये जाने के आदेश पर उन्होंने कहा कि सिर्फ स्थानान्तरण से कुछ नहीं होगा। उनकी गिरफ्तारी और गिरफ्तार जूनियर डॉक्टरों से मुकदमे वापस लेने से कम पर कुछ मंजूर नहीं होगा।
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