भारत की प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में बीते रविवार लाठी-डंडों से लैस करीब 50 नकाबपोश बदमाशों ने छात्रों व शिक्षकों पर हमला कर दिया. हमलावरों में लड़कियां भी शामिल थीं. आरोपियों ने हॉस्टल में तोड़फोड़ की और वहां खड़ी कारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस हमले में JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष (Aishe Ghosh) बुरी तरह घायल हो गईं. हमले में कुल 24 लोग घायल हैं. इनमें 5 शिक्षक व 19 छात्र हैं. दिल्ली पुलिस ने बताया कि सभी घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है. घायल छात्रों ने ABVP कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है. वहीं, ABVP नेताओं का आरोप है कि लेफ्ट विंग के छात्रों ने उनके साथ मारपीट की है. उनके कुछ कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती हैं. घटना के बाद JNU कैंपस में पत्रकारों से भी मारपीट की गई. इस घटना के कई वीडियो सामने आए हैं. फिलहाल JNU के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
10 बातों से जानिए, JNU में बवाल की वजह
- 1 जनवरी, 2020 से जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था. छात्रों का रजिस्ट्रेशन चल रहा था. JNU में पढ़ रहा एक गुट इसका विरोध कर रहा था.
- 3 जनवरी को विरोध करने वाले छात्र कम्युनिकेशन एंड इन्फॉर्मेशन सर्विसेज कैंपस में घुसे और इंटरनेट सर्वर को खराब कर दिया. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया रुक गई. सर्वर खराब करने वाले छात्रों की पहचान कर ली गई थी.
- 4 जनवरी को एक बार फिर रजिस्ट्रेशन शुरू हुए. छात्रों के एक समूह ने इस बार इंटरनेट के साथ-साथ बिजली सप्लाई भी रोक दी. विरोध करने वाले छात्रों ने कुछ इमारतों पर ताला लगा दिया.
- 5 जनवरी यानी रविवार को शाम 4.30 बजे कुछ छात्र अपने हॉस्टल की ओर जा रहे थे. यह वह छात्र थे जो रजिस्ट्रेशन करवा चुके थे, उनको रोका गया और उनके साथ मारपीट की गई.
- रविवार देर शाम लाठी-डंडों से लैस करीब 50 नकाबपोश बदमाश पेरियार और साबरमती हॉस्टल में घुसे और छात्रों पर हमला कर दिया. छात्रों पर धारदार हथियार से भी वार किया गया.
- बदमाशों ने छात्रों ही नहीं बल्कि शिक्षकों पर भी हमला किया. हमले में पांच शिक्षक भी घायल हुए हैं. JNUTU ने घटना की निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
- बदमाशों के हमले में यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट आइशी घोष भी बुरी तरह जख्मी हो गईं. उनके सिर पर वार किया गया. सिर से खून बहते हुए उनका वीडियो सामने आया था.
- हमले में 19 छात्र और पांच शिक्षक घायल हुए हैं. कुछ छात्रों के हाथ-पैर फ्रैक्चर हो गए हैं. AIIMS में उनका इलाज चल रहा है. तमाम नेता छात्रों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंच चुके हैं.
- लेफ्ट विंग समर्थित पीड़ित छात्रों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) पर मारपीट का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ABVP नेता ही रजिस्ट्रेशन का विरोध कर रहे थे.
- दूसरी ओर ABVP नेताओं ने आरोप लगाया कि लेफ्ट विंग के छात्रों ने उनके साथ मारपीट की है. हमले में ABVP के करीब 20 कार्यकर्ता घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. घटना के बाद JNU में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. जॉइंट कमिश्नर शालिनी सिंह को इस मामले की जांच सौंपी गई है.