झारखंड सरकार ने देवघर के त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे को लेकर उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने का फैसला किया है. इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का भी ऐलान राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने किया है. दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज मंगलवार को कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में पर्वत रोप-वे हादसे एवं लोहरदगा में हुई घटना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की.
इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे एवं लोहरदगा घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देने का निर्णय लिया. साथ ही दोनों घटनाओं में घायल हुए लोगों को राज्य सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण ईलाज कराए जाने का निर्देश अधिकारियों को दिए.
उन्होंने देवघर जिला स्थित त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे की जांच के लिए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने और गठित समिति में रोप-वे से संबंधित विशेषज्ञों को भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए. बैठक में त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे को लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने का भी निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि देवघर में त्रिकूट के पास रोपवे हादसे में केबल कार में फंसे 56 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है जबकि हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है. केबल कार में कुल 59 लोग सवार थे. करीब 46 घंटे तक चले लंबे 'रेस्क्यू ऑपरेशन' को भारतीय सेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और जिला प्रशासन ने आपसी सहभागिता से अंजाम तक पहुंचाया है.
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