Janmashtami: आज जन्माष्टमी का त्योहार है, ऐसे में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा के कृष्ण जन्मस्थान मंदिर में सुबह की आरती की गई. कोरोना के कारण मथुरा में कोरोना नियम का पालन किया जाएगा. मथुरा में मंदिरों में आने वाले सभी भक्तों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
#WATCH | Morning 'aarti' offered on the occasion of #Janmashtami at Krishna Janmasthan Temple in Mathura pic.twitter.com/40i2dlK1aA
— ANI UP (@ANINewsUP) August 30, 2021
आपको बता दें, इस मौके पर लोग आज अपने घरों में बाल गोपाल की पूजा करते हैं, उन्हें झूले पर बिठा कर नए वस्त्र पहना कर श्रीकृष्ण की विशेष पूजा की जाती है. घरों में तो पूजा होती ही है लेकिन मंदिरों की धूम तो देखते ही बनती है. देश भर में फैले श्रीकृष्ण के मंदिरों में खास पूजा होती है.
WATCH | Devotees dance to the tune of 'Hare Krishna' on the occasion of Krishna #Janmashtmi celebrations at ISKCON temple, Noida. pic.twitter.com/Ifq5SFYRci
— ANI UP (@ANINewsUP) August 29, 2021
उत्तर से दक्षिण तक देश भर में श्रीकृष्ण के ऐसे बड़े-बड़े और प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां जन्माष्टमी पर जाकर आप दर्शन करना अपने आप एक अद्भुत अनुभूति होती है. बता दें, जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाया जाता है. श्रद्धालु उपवास रखते हैं और मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं.
ISKCON Surat volunteers stayed at the temple to make arrangements for Janmashtmi which will be celebrated across the country today
— ANI (@ANI) August 29, 2021
Most of us didn't go home to ensure preparations are not compromised.We look forward to celebrating the festival after 2 years:Volunteer Tirath Das pic.twitter.com/3FO4rewqN4
बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन
श्रीकृष्ण के बचपन का वृंदावन में बीता था, ऐसे में जन्माष्टमी के दिन इस मंदिर में दर्शन करना बड़ा ही महत्व रखता है. उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित ये मंदिर श्रीकृष्ण के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है. प्रभु श्रीकृष्ण को बांके बिहारी भी कहा जाता है इसलिए उनके नाम पर ही इस मंदिर का नाम श्री बांके बिहारी मंदिर रखा गया है. जन्माष्टमी के दिन यहां मंगला आरती हुआ करती है, फिर इसके बाद श्रद्धालुओं के लिए रात 2 बजे ही मंदिर के दरवाजे खुल जाते हैं. ये जानना भी अहम है कि इस मंदिर में मंगला आरती साल में केवल एक बार ही होती है. बालकृष्ण के जन्म के बाद यहां पर श्रद्धालुओं के बीच खिलौने और वस्त्र बांटे जाते हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं