पत्रकार जे डे (फाइल फोटो)
मुंबई:
इंडोनेशिया से भारत लाए गए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के खिलाफ दर्ज सारे मामलों की जांच भले सीबीआई को दे दी गई हो, लेकिन पत्रकार जे डे हत्याकांड का मुकदमा सुन रही मकोका अदालत सीबीआई के भरोसे बैठने को तैयार नहीं है। मकोका अदालत ने गुरुवार को खुद डॉन को अपनी हिरासत में ले लिया और 19 जनवरी को आरोप तय करने की तारीख भी तय कर दी।
मुंबई के मकोका कोर्ट में छोटा राजन की पहली पेशी हुई, लेकिन उसे दिल्ली से मुंबई नहीं लाया गया बल्कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। इसकी वजह बताई गई उसकी जान को खतरा।
19 जनवरी को आरोप तय होंगे
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मकोका जज अनिल पानसरे और छोटा राजन के बीच मराठी में बात हुई। दिल्ली में ठंड की वजह से राजन ने जैकेट पहन रखा था। जज ने सबसे पहले डॉन का पूरा नाम पूछा। जवाब में छोटा राजन ने कहा राजेन्द्र सदाशिव निखालजे। फिर जज ने खुद का परिचय दिया और कहा कि मैं तुम्हे जे डे हत्याकांड में अपनी हिरासत में लेता हूं। एक हफ्ते में तुम्हारे पास चार्जशीट पहुंच जाएगी और 19 जनवरी को आरोप तय करने के लिए फिर से तुम्हारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी।
सीबीआई ने जांच के लिए वक्त मांगा
पत्रकार जे डे हत्याकांड की सुवनाई 26/11 हमले के आतंकी कसाब के लिए बनी विशेष अदालत में हो रही है। पहली पेशी में सीबीआई ने हत्याकांड में राजन की भूमिका की जांच के लिए वक्त मांगा। अदालत ने सीबीआई को जांच की इजाजत तो दे दी लेकिन क्राइम ब्रांच को भी आदेश दिया कि वह हफ्ते भर के भीतर राजन तक आरोप पत्र पहुंचाए ताकि 19 जनवरी को उस पर आरोप तय हो सकें।
बाकी आरोपियों के साथ ही चलेगा केस
बचाव पक्ष के वकील प्रकाश शेट्टी की मानें तो ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सीबीआई को दिया गया आदेश अभी स्पष्ट नहीं है और अदालत को भी कोई लिखित और स्पष्ट सूचना नहीं मिली है। इसलिए मुकदमा पहले जैसे ही आगे बढ़ेगा। अदालत ने पिछली सुनवाई में ही साफ कर दिया था कि वह छोटा राजन पर भी मुकदमा बाकी आरोपियों के साथ ही चलाएगी।
पत्रकार जे डे की हत्या जून 2011 में कर दी गई थी। मामले में 10 आरोपियों पर पहले ही आरोप तय हो चुका है।
मुंबई के मकोका कोर्ट में छोटा राजन की पहली पेशी हुई, लेकिन उसे दिल्ली से मुंबई नहीं लाया गया बल्कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। इसकी वजह बताई गई उसकी जान को खतरा।
19 जनवरी को आरोप तय होंगे
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मकोका जज अनिल पानसरे और छोटा राजन के बीच मराठी में बात हुई। दिल्ली में ठंड की वजह से राजन ने जैकेट पहन रखा था। जज ने सबसे पहले डॉन का पूरा नाम पूछा। जवाब में छोटा राजन ने कहा राजेन्द्र सदाशिव निखालजे। फिर जज ने खुद का परिचय दिया और कहा कि मैं तुम्हे जे डे हत्याकांड में अपनी हिरासत में लेता हूं। एक हफ्ते में तुम्हारे पास चार्जशीट पहुंच जाएगी और 19 जनवरी को आरोप तय करने के लिए फिर से तुम्हारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी।
सीबीआई ने जांच के लिए वक्त मांगा
पत्रकार जे डे हत्याकांड की सुवनाई 26/11 हमले के आतंकी कसाब के लिए बनी विशेष अदालत में हो रही है। पहली पेशी में सीबीआई ने हत्याकांड में राजन की भूमिका की जांच के लिए वक्त मांगा। अदालत ने सीबीआई को जांच की इजाजत तो दे दी लेकिन क्राइम ब्रांच को भी आदेश दिया कि वह हफ्ते भर के भीतर राजन तक आरोप पत्र पहुंचाए ताकि 19 जनवरी को उस पर आरोप तय हो सकें।
बाकी आरोपियों के साथ ही चलेगा केस
बचाव पक्ष के वकील प्रकाश शेट्टी की मानें तो ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सीबीआई को दिया गया आदेश अभी स्पष्ट नहीं है और अदालत को भी कोई लिखित और स्पष्ट सूचना नहीं मिली है। इसलिए मुकदमा पहले जैसे ही आगे बढ़ेगा। अदालत ने पिछली सुनवाई में ही साफ कर दिया था कि वह छोटा राजन पर भी मुकदमा बाकी आरोपियों के साथ ही चलाएगी।
पत्रकार जे डे की हत्या जून 2011 में कर दी गई थी। मामले में 10 आरोपियों पर पहले ही आरोप तय हो चुका है।
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