किरण रिजिजू (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
फ्रांस में आईएसआईएस के आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार देश में ऐसी किसी भी आशंका को ध्यान में रखते हुए तमाम ऐहतियाती कदम उठा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को इस आतंकी संगठन से संबंधित जानकारी एकत्र करने और इस बारे में केंद्र सरकार को सूचित करने का निर्देश दिया है।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के निर्देश
इसके साथ ही राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने को भी कहा गया है। आईएसआईएस के निशाने पर कौन-कौन से ठिकाने हो सकते हैं, इस बारे में भी जानकारी देने के बारे में भी निर्देश दिए गए हैं।गृह मंत्रालय ने अलर्ट जारी करते हुए पुलिस को विदेशी दूतावासों को लेकर विशेष रूप से सजगता बरतने को कहा है।
दूतावासों पर खास इंतजाम करने की सलाह
फ्रांस,अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी , रूस, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की और इजरायल के दूतावासों पर खास इंतजाम की सलाह दी गई है। इन दूतावासों के नागरिक जहां रहते हैं, वहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। आईएसआईएस अब इराक़ और सीरिया के बाहर भी हमले को अंजाम दे रहा है और उसके निशाने पर वे देश हैं जो फ्रांस के साथ खड़े हैं।
भारत पर इसलिए मंडरा रहा खतरा
देश से अब तक कई युवक किसी न किसी रूप में आईएसआईएस से जुड़ चुके हैं। हालांकि इन युवकों में से कुछ देश वापस भी लौट आए हैं। सरकार अब तक इन नौजवानों को काउंसिलिंग के जरिये सही रास्ते में लाने की कोशिश करती आई है, लेकिन मंत्रालय के मुताबिक अब इस बारे में सख्त रुख अपनाया जाएगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, आईएस से सहानुभूति रखने वाले लोगों के खिलाफ अब केस दर्ज किए जाएंगे। अब तक ऐसे लोगों की काउंसिलिंग की जाती थी, लेकिन अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के निर्देश
इसके साथ ही राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने को भी कहा गया है। आईएसआईएस के निशाने पर कौन-कौन से ठिकाने हो सकते हैं, इस बारे में भी जानकारी देने के बारे में भी निर्देश दिए गए हैं।गृह मंत्रालय ने अलर्ट जारी करते हुए पुलिस को विदेशी दूतावासों को लेकर विशेष रूप से सजगता बरतने को कहा है।
दूतावासों पर खास इंतजाम करने की सलाह
फ्रांस,अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी , रूस, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की और इजरायल के दूतावासों पर खास इंतजाम की सलाह दी गई है। इन दूतावासों के नागरिक जहां रहते हैं, वहां भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। आईएसआईएस अब इराक़ और सीरिया के बाहर भी हमले को अंजाम दे रहा है और उसके निशाने पर वे देश हैं जो फ्रांस के साथ खड़े हैं।
भारत पर इसलिए मंडरा रहा खतरा
देश से अब तक कई युवक किसी न किसी रूप में आईएसआईएस से जुड़ चुके हैं। हालांकि इन युवकों में से कुछ देश वापस भी लौट आए हैं। सरकार अब तक इन नौजवानों को काउंसिलिंग के जरिये सही रास्ते में लाने की कोशिश करती आई है, लेकिन मंत्रालय के मुताबिक अब इस बारे में सख्त रुख अपनाया जाएगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, आईएस से सहानुभूति रखने वाले लोगों के खिलाफ अब केस दर्ज किए जाएंगे। अब तक ऐसे लोगों की काउंसिलिंग की जाती थी, लेकिन अब ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं