भारत में भुखमरी से प्रभावित लोगों की संख्या घटी है। वैश्विक भुखमरी सूचकांक (जीएचआई) में 2014 में भारत की स्थिति सुधरी है और अब यह 55वें स्थान पर आ गया है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रूप से सामान्य से कम वजन (अंडरवेट) बच्चों के मामले में स्थिति सुधरी है।
इस सूची में भारत की स्थिति पाकिस्तान (57वां स्थान), बांग्लादेश (57) से बेहतर रही है। लेकिन वह नेपाल (44वां स्थान) और श्रीलंका (39वां स्थान) से अभी भी पीछे बना हुआ है। पिछले साल इस सूचकांक में भारत 63वें पायदान पर था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अंडरवेट बच्चों की समस्या से निपटने में हुई प्रगति की वजह से भारत का 2014 में जीएचआई अंक घटकर 17.8 रह गया है। भारत अब 76 देशों में 55वें स्थान पर है। हालांकि, पड़ोसी देशों बांग्लादेश व पाकिस्तान से भारत की स्थिति बेहतर है, लेकिन नेपाल और श्रीलंका से यह पीछे है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में भुखमरी 'खतरे' की स्थिति में नहीं है, लेकिन अभी भी इसे गंभीर माना जा सकता है।
इसमें कहा गया है कि भारत ने पिछले पांच बरस में बच्चों में कम वजन की समस्या को दूर करने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है, लेकिन अभी भी राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर काफी काम करने की जरूरत है, जिससे अधिक से अधिक आबादी पोषण सुरक्षा हासिल कर सके।
जीएचआई की रिपोर्ट संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान तथा एनजीओ वेल्थहंगरलाइफ एंड कंसर्न वर्ल्डवाइड ने तैयार की है।
भारत द्वारा कम वजन के बच्चों की समस्या को दूर करने के लिए किए गए उपायों का जिक्र करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुपोषण के आंकड़े आने के बाद भारत सरकार ने इसे दूर करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए।
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