अमरनाथ यात्रा (फाइल फोटो)
जम्मू: खुफिया सूत्रों ने NDTV को बताया है कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठनों के कुछ सदस्य जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को अपना निशाना बनाते हुए फिदायीन या आत्मघाती हमला कर सकते हैं। इस अलर्ट के बाद केंद्र और राज्य सरकार अमरनाथ यात्रा पर गए हजारों यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गई है।
सेना के 7,500 जवानों ने शुरू किया 'ऑपरेशन शिवा'
लिहाजा, यात्रा की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना ने आज 'ऑपरेशन शिवा' शुरू किया है, जिसमें उसने करीब 7,500 जवानों को अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के मकसद से कश्मीर में घुसे 10-15 खतरनाक आतंकियों को ढूंढकर अपनी गिरफ्त में लेने का जिम्मा सौंपा है। केंद्रीय अद्धसैनिक बलों और स्थानीय पुलिस ने भी इस धार्मिक यात्रा पर गए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए करीब 10 हजार जवानों को तैनात किया है। इन्हें यात्रा के रूट और उससे जुड़े अन्य स्थानों पर तैनात किया गया है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आज श्रीनगर में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का जायज़ा लिया। इस वर्ष यात्रा 59 दिनों तक चलेगी।
कड़ी सुरक्षा के बीच 1525 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था
उधर, दक्षिण कश्मीर में हिमालय की कंदराओं में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए 1525 तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आधार शिविर से रवाना हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस जत्थे में 1074 पुरूष, 236 महिलाएं और सात बच्चे तथा 208 साधु हैं । ये सभी 47 वाहनों के एक काफिले के साथ तड़के सवा पांच बजे यहां भगवती नगर स्थित आधार शिविर से रवाना हुए ।
यह जत्था जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहले ही पटनीटाप को पार कर चुका है और आज शाम तक बालताल और पहलगाम स्थित आधार शिविरों पर पहुंच जाएगा। आज इस जत्थे के रवाना होने के साथ ही 2805 तीर्थयात्री अब तक जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो चुके हैं।