पीएम नरेंद्र मोदी.
नई दिल्ली:
जब से नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने हैं तब से वह काले धन पर रोक की कोशिशें करते आ रहे हैं. यहां तक की नोटबंदी जैसा कड़ा फैसला भी उनकी सरकार ने लिया. कालाधन बीजेपी के लिए चुनावी मुद्दा रहा है और बीजेपी की जीत में इस मुद्दे का काफी अहम रोल रहा है. स्विटजरलैंड की राष्ट्रपति डोरिस ल्यूथर्ड के साथ वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत काले धन के खिलाफ लड़ाई में स्विटजरलैंड के साथ मिलकर काम करता रहेगा. पीएम मोदी ने ल्यूथर्ड के साथ मीडिया को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा, "आज की दुनिया में वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता एक चिंता का विषय है, चाहे यह काले धन के रूप में हो, गंदे धन के रूप में, हवाला या हथियार और ड्रग का वित्तपोषण करना हो."
उन्होंने कहा, "इस वैश्विक समस्या से लड़ने के लिए हम स्विटजरलैंड के साथ सहयोग करते रहेंगे." पीएम मोदी ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत और स्विटजरलैंड के बीच आर्थिक सहयोग का एक महत्वपूर्ण आधार है.
यह भी पढ़ें : कोई नहीं कह रहा नोटबंदी के बाद कालाधन पूरी तरह समाप्त हो गया : अरुण जेटली
उन्होंने कहा, "हम खासतौर से स्विस निवेशकों का भारत में स्वागत करते हैं. इस संबंध में हम द्विपक्षीय समझौतों पर चर्चा जारी रखने पर सहमत हुए हैं."
VIDEO : कालाधन पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का बयान
पीएम मोदी ने कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के बीच मुख्य व्यापार समझौता को लेकर बातचीत जारी है. ल्यूथर्ड ने कहा कि स्विटजरलैंड में धन शोधन के खिलाफ सबसे कड़े कानूनों में से एक है और उम्मीद है कि अन्य देश भी ऐसा ही करेंगे. (IANS की रिपोर्ट)
उन्होंने कहा, "इस वैश्विक समस्या से लड़ने के लिए हम स्विटजरलैंड के साथ सहयोग करते रहेंगे." पीएम मोदी ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश भारत और स्विटजरलैंड के बीच आर्थिक सहयोग का एक महत्वपूर्ण आधार है.
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पीएम मोदी ने कहा कि यूरोपीय संघ और भारत के बीच मुख्य व्यापार समझौता को लेकर बातचीत जारी है. ल्यूथर्ड ने कहा कि स्विटजरलैंड में धन शोधन के खिलाफ सबसे कड़े कानूनों में से एक है और उम्मीद है कि अन्य देश भी ऐसा ही करेंगे. (IANS की रिपोर्ट)
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