भारत (India) ने उस पर पाकिस्तान (Pakistan) में कुछ आतंकी हमलों में शामिल रहने का आरोप लगाए जाने पर रविवार को पड़ोसी देश पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बारे में ‘सबूत होने' के तथाकथित दावे मनगढ़ंत हैं. विदेश मंत्रालय (Ministry of foreign affairs) के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान के ‘जानबूझकर किए जा रहे इस तरह के प्रयासों' पर कोई भरोसा नहीं करेगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उसकी चालों से वाकिफ है और इस्लामाबाद के आतंकवाद (Terrorism ) को प्रायोजित करने के सबूतों को उसके खुद के नेतृत्व ने कबूल किया है.
भारत की इस तीखी प्रतिक्रिया से एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और इल्जाम मढ़ा कि पाकिस्तान में हुए कुछ आतंकी हमलों के पीछे भारत का हाथ है.
श्रीवास्तव ने इन आरोपों पर मीडिया के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘यह भारत-विरोधी दुष्प्रचार की एक और व्यर्थ कवायद है. भारत के खिलाफ ‘सबूत होने' के तथाकथित दावों की कोई प्रामाणिकता नहीं है और ये मनगढ़ंत तथा कल्पित हैं.'' उन्होंने पाकिस्तान के इस संवाददाता सम्मेलन को पड़ोसी देश की सरकार की आंतरिक राजनीति तथा अर्थव्यवस्था संबंधी नाकामियों से ध्यान हटाने एवं जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन एवं घुसपैठ समेत सीमापार से आतंकवाद को उचित ठहराने की जानबूझकर की गई कोशिश करार दिया.
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘वैश्विक आतंक का चेहरा बन गया ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में मिला था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उसे संसद से ‘शहीद' कहकर महिमामंडित किया था. उन्होंने पाकिस्तान में 40,000 आतंकियों की मौजूदगी की बात कबूली थी.'' उन्होंने कहा, ‘‘उनके विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बड़े गर्व से पुलवामा आतंकी हमले में उनके प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पाकिस्तान की संलिप्तता और सफलता का दावा किया था जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हो गये थे.''
श्रीवास्तव ने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े मिले हैं और मनगढ़ंत दस्तावेजों तथा झूठे विमर्श को जोड़कर पाकिस्तान इस तरह की हरकतों से दोषमुक्त नहीं हो जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि दुनिया उसे जवाबदेह ठहराएगी.''