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लेह/नई दिल्ली: India-China Standoff: पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के करीब एक माह बाद सीमा (LAC) सीमा पर स्थिति की समीक्षा करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) शुक्रवार को लेह में उतरे. दोनों देशों के बीच इस हिंसक संघर्ष में भारत के 20 जवानों को जान गंवानी पड़ी थी, खबरों के अनुसार चीन के करीब 45 सैनिकों की इस संघर्ष के दौरान या तो मौत हुई थी या वे गंभीर रूप से घायल हुए थे. इस मौके पर सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, "अब तक जो भी बातचीत हुई है, वह मामला सुलझ जाना चाहिए... लेकिन किस हद तक इसे हल किया जाएगा, मैं गारंटी नहीं दे सकता. हालांकि, मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी जमीन का एक इंच भी किसी भी शक्ति द्वारा नहीं लिया जा सकता है. राजनाथ ने कहा, "भारत दुनिया का एकमात्र देश है जिसने दुनिया को शांति का संदेश दिया है. हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया है और कभी किसी देश की जमीन पर दावा नहीं किया है.भारत ने इस संदेश में विश्वास करता है कि दुनिया एक परिवार है.”
रक्षा मंत्री ने कहा, "हमें अपनी सेना पर गर्व है. मुझे गर्व है कि मैं अपने जवानों के बीच खड़ा हूं.हमारे जवानों ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया है. सभी 130 करोड़ भारतीय इस 'नुकसान' से दुखी हैं." उन्होंने कहा, "आज हम लद्दाख में खड़े हैं, मैं भी उन लोगों को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं, जो कारगिल युद्ध के दौरान ड्यूटी के दौरान मारे गए थे." उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों की बहादुरी पर गर्व है. इस मौके के सामने आए विजुअल्स में, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाणे भी रक्षा मंत्री के साथ दिखे. रक्षा मंत्री लद्दाख और जम्मू और कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. उनके कार्यालय द्वारा ट्वीट की गई कुछ तस्वीरों रक्षा मंत्री को सुबह स्टैकना पोस्ट पर ""para dropping and other military exercises" का निरीक्षण करते हुए देखा गया.