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This Article is From Oct 03, 2018

मायावती के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, BJP के खिलाफ कोई दल साथ आता है तो उसका स्वागत है, नहीं तो...

बसपा प्रमुख मायावती द्वारा मध्यप्रदेश और राजस्थान में चुनावी गठबंधन से इनकार किए जाने को कांग्रेस ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी.

मायावती के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, BJP के खिलाफ कोई दल साथ आता है तो उसका स्वागत है, नहीं तो...
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बसपा प्रमुख मायावती. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती द्वारा मध्यप्रदेश और राजस्थान में चुनावी गठबंधन से इनकार किए जाने को कांग्रेस ने ज्यादा तवज्जो नहीं दी. कांग्रेस ने कहा कि मायावती ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी में विश्वास प्रकट किया है और 'सद्भाव एवं प्रेम' के साथ दिक्कतों को दूर कर लिया जाएगा. इसके साथ ही पार्टी ने यह भी कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लक्ष्य के साथ उतरेगी और इस लड़ाई में अगर कोई दल साथ आता है तो उसका स्वागत है, लेकिन नहीं आता है तो वह 'स्वस्थ मुकाबले' के लिए तैयार हैं. उधर, BJP के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि गठबंधन बनाना विपक्षी पार्टी (कांग्रेस) के डीएनए में नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल गांधी परिवार को ही महत्व देती है. 

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randeep surjewala
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला. 

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'हम मायावती जी की भावना का सम्मान करते हैं. उन्होंने सोनिया जी और राहुल जी में पूरा विश्चास व्यक्त किया. हम इस भावना का सम्मान करते हैं. अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल जी, हमारी मार्गदर्शक सोनिया जी और मायावती जी के बीच सद्भाव है तो कोई चौथा व्यक्ति व्यवधान नहीं डाल पाएगा.' उन्होंने कहा, 'कहीं अगर कपड़े में सिलवटें हैं तो हम बैठकर सद्भाव और प्रेम से उसे दूर कर देंगे.'

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सुरजेवाला ने कहा, 'जहां-जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी को लगेगा कि किसी दल के साथ गठबंधन कांग्रेस के संगठन और विचारधारा को मजबूत करेगा तो प्रदेश इकाई पार्टी की गठबंधन समिति के साथ बातचीत करके फैसला करेगी.' उन्होंने कहा, 'अगर हमें यह लगेगा कि एक विशेष प्रांत में किसी स्थानीय राजनीतिक दल से गठजोड़ या समझौता प्रांत के विकास की गति को तेजी देगा और कांग्रेस की विचारधारा को मजबूत करेगा तो समझौता अवश्य करेंगे. जहां लगेगा कि मेल नहीं हो पा रहा, कहीं दो बिंदु आपस में नहीं मिल पाएंगे, वहां एक स्वस्थ मुकाबला हो जाएगा, इसमें कोई गलत बात नहीं, पहले भी ऐसा होता रहा है.'

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मायावती द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बारे में दिए बयान के बारे में पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस के किसी नेता के बारे में की गई प्रतिकूल टिप्पणी से हम असहमत हैं. परंतु कई बार, भावावेश में, आवेश में, भावनाओं में बहुत सारी बातें कही जाती हैं. अगर मायावती जी का संपूर्ण विश्वास राहुल जी और सोनिया गांधी जी में है, तो बाकी के संकट को हम दूर कर लेंगे.'

VIDEO : कांग्रेस को माया मिली ना राम!


बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन नहीं होगा. बता दें कि मायावती ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से अलग हुए पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ मिलकर बसपा के चुनाव लड़ने की हाल ही में घोषणा की थी. 

उधर, विशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, 'कांग्रेस किसके साथ गठजोड़ करती है, यह पूरी तरह से उसका मामला है, लेकिन मायावती की ओर से व्यक्त चिंताओं एवं पीड़ा के मद्देनजर मैं केवल यह कह सकता हूं कि गठबंधन कांग्रेस के डीएनए का हिस्सा नहीं है और वह केवल एक परिवार को ही महत्व देती है.'

वहीं, भाजपा नेता एवं उत्तर प्रदेश सरकार में बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक डूबता जहाज है और राजनीति से जुड़ा कोई भी दल इस डूबते जहाज का साथी नहीं होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यह तय कर दिया है कि हम तो डूबेंगे ही, दूसरों को भी ले डूबेंगे. 2017 में उत्तर प्रदेश में इसे चरितार्थ किया गया, जब कांग्रेस के साथ सपा की नैय्या डूब गई.

(इनपुट: भाषा)

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