भ्रष्टाचार के खिलाफ कई बार आवाज उठा चुके हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का फिर से तबादला कर दिया गया है। 23 साल की नौकरी के दौरान खेमका का यह 45वां तबादला है।
अब उन्हें फिर से पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के सचिव और महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछले साल नवंबर में हरियाणा की नई मनोहर लाल खट्टर सरकार ने उन्हें ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बनाया था, लेकिन अब उनका फिर से ट्रांसफर कर दिया गया है।
सबसे हैरानी की बात यह है कि खेमका को उसी विभाग में भेजा गया है, जिससे उन्हें हटाकर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर बनाया गया था। 49-वर्षीय अशोक खेमका ने अपने तबादले पर ट्वीट किया है, तमाम कमियों के बावजूद परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार को रोकने और बदलाव लाने की कोशिश की। ये क्षण तकलीफ देने वाला है।
खेमका के तबादले पर हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा है कि खेमका बहुत ईमानदार अफसर हैं, मैं खेमका के साथ हूं और तबादले के बारे में मुख्यमंत्री से बात करूंगा।
बुधवार को हरियाणा सरकार ने खेमका सहित नौ आईएएस अधिकारियों और हरियाणा लोक सेवा के एक अधिकारी के तबादले और तैनाती आदेश जारी किए। गौरतलब है कि नवंबर 2014 में खेमका को तत्कालीन हुड्डा सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के लैंड डील से जुड़े खुलासे के बाद उनका तबादला परिवहन विभाग में कर दिया था।
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