देहरादून:
बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित उत्तराखंड के बद्रीनाथ में बचाव अभियान अब भी जारी है। वहां अब भी करीब 100 श्रद्धालु और 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना बाकी है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के संयुक्त सलाहकार विनय काजला ने कहा, "बद्रीनाथ से हमें अब भी 100 तीर्थयात्रियों को निकालना है। ये देहरादून, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ से यहां पहुंचे थे। उनमें से अधिकतर ने कहा है कि वे बद्रीनाथ घूमने गए थे।"
यात्रियों के अतिरिक्त बद्रीनाथ के माना गांव में करीब 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना है।
काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।"
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के संयुक्त सलाहकार विनय काजला ने कहा, "बद्रीनाथ से हमें अब भी 100 तीर्थयात्रियों को निकालना है। ये देहरादून, नैनीताल तथा पिथौरागढ़ से यहां पहुंचे थे। उनमें से अधिकतर ने कहा है कि वे बद्रीनाथ घूमने गए थे।"
यात्रियों के अतिरिक्त बद्रीनाथ के माना गांव में करीब 200 स्थानीय लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकाला जाना है।
काजला ने एक समाचार चैनल से कहा, "बद्रीनाथ में माना गांव से करीब 200 ग्रामीणों को बाहर निकालना है, जिनमें से अधिकतर महिलाएं एवं बच्चे हैं। पुल टूट गया है, इसलिए हमें यात्रियों को बुधवार को ही निकालना होगा।"
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