चेन्नई:
तमिलनाडु में वर्षाजनित हादसों के कारण सात और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।
उत्तर-पूर्वी मानसून के प्रभाव के कारण राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश के कारण रेल और सड़क यातायात बाधित हो गया है। सरकार ने बारिश जनित हादसों में मरने वालों की संख्या कल 48 बताई थी, जिनमें से 27 लोगों की मौत कुड्डालोर जिले में हुई। आज जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा जनित हादसों के कारण कल रात से सात और लोगों की मौत हो जाने के कारण मृतक संख्या बढकर 55 हो गई है।
सेंट थॉमस माउंट और वेलाचेरी समेत दक्षिण चेन्नई के कई हिस्सों में काफी जलभराव है, जिसके कारण रेलवे पुल पानी में डूब गए हैं। चेन्नई, वेल्लोर, तिरूवल्लूर और कांचीपुरम समेत उत्तरी जिलों में स्कूल एवं कॉलेज बंद रहे।
राज्य की राजधानी में दफ्तर जाने वाले लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। उन्हें कार्यालयों तक जाने के लिए घुटने तक और कुछ स्थानों पर कमर तक भरे पानी से होकर गुजरना पड़ा। पटरियों पर पानी भर जाने के कारण चेन्नई से रवाना होने वाली रेलगाड़ियों की सेवा भी प्रभावित हुई।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने पीड़ितों की मौत पर शोक जताया है और उनके परिवारों को चार-चार लाख रुपये की मदद आपता राहत कोष से देने की घोषणा की है। इन पीड़ितों में से अधिकतर की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हुई।
मौसम विभाग के कार्यालय ने दक्षिणी जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके साथ ही उसने अगले कुछ दिन तक उत्तरी तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।
उत्तर-पूर्वी मानसून के प्रभाव के कारण राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश के कारण रेल और सड़क यातायात बाधित हो गया है। सरकार ने बारिश जनित हादसों में मरने वालों की संख्या कल 48 बताई थी, जिनमें से 27 लोगों की मौत कुड्डालोर जिले में हुई। आज जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा जनित हादसों के कारण कल रात से सात और लोगों की मौत हो जाने के कारण मृतक संख्या बढकर 55 हो गई है।
सेंट थॉमस माउंट और वेलाचेरी समेत दक्षिण चेन्नई के कई हिस्सों में काफी जलभराव है, जिसके कारण रेलवे पुल पानी में डूब गए हैं। चेन्नई, वेल्लोर, तिरूवल्लूर और कांचीपुरम समेत उत्तरी जिलों में स्कूल एवं कॉलेज बंद रहे।
राज्य की राजधानी में दफ्तर जाने वाले लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा। उन्हें कार्यालयों तक जाने के लिए घुटने तक और कुछ स्थानों पर कमर तक भरे पानी से होकर गुजरना पड़ा। पटरियों पर पानी भर जाने के कारण चेन्नई से रवाना होने वाली रेलगाड़ियों की सेवा भी प्रभावित हुई।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने पीड़ितों की मौत पर शोक जताया है और उनके परिवारों को चार-चार लाख रुपये की मदद आपता राहत कोष से देने की घोषणा की है। इन पीड़ितों में से अधिकतर की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हुई।
मौसम विभाग के कार्यालय ने दक्षिणी जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके साथ ही उसने अगले कुछ दिन तक उत्तरी तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।
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