
मध्य प्रदेश में बाढ़ से भारी तबाही हुई है
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मध्य प्रदेश में बारिश से होने वाली मौतों की संख्या 15 पहुंची।
बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्य जारी।
बाढ़ पीड़ितों को राहत कैंपों में रखा गया है।
बारिश से प्रभावित इलाकों से लोगों को राहत कैंपों में लाकर रखा गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल और आज अधिकारियों के साथ बारिश के हालातों बैठक की। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में मौतों का आंकड़ा 15 तक पहुंच गया है।
12 जुलाई तक थम सकती है बारिश
चौहान ने बताया कि वातावरण में नमी की वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में अभी बारिश जारी रहेगी। पूर्वी मध्य प्रदेश में 24 घंटों बाद बारिश में कमी आ सकती है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में 12 जुलाई तक बारिश रुकने या कम होने की संभावना है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नर्मदा नदी
मुख्यमंत्री ने कल एक प्रेस वार्ता में बताया था कि होशंगाबाद में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ से लोगों को राहत पहुंचाने के लिये प्रदेश स्तरीय सहायता केन्द्र शुरू किया गया है। कोई भी बाढ़ पीड़ित व्यक्ति फोन नं 1079 के जरिए इस केन्द्र से संपर्क कर सकता है।
चौहान ने बताया कि भोपाल के निकट हलाली बांध पर कल होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक स्थगित कर दी गई है। उन्होंने मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर राहत कार्यों का जायजा लेने के निर्देश दिये हैं। भोपाल के मौसम केन्द्र के अनुसार अगले 24 घंटों में प्रदेश के अधिकतर इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
25 जिलों में हुई सामान्य से अधिक वर्षा
मध्य प्रदेश में एक जून से 8 जुलाई तक हुई वर्षा के आधार पर 25 जिलों में सामान्य से अधिक, 16 जिलों में सामान्य, 9 जिलों में कम और एक जिले में अल्प वर्षा हुई है। प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए आधिकारिक जानकारी के मुताबिक सामान्य से अधिक वर्षा वाले 25 जिलों में जबलपुर, कटनी, छिन्दवाड़ा, सिवनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, सीधी, सतना, उमरिया, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़ और होशंगाबाद जिले शामिल हैं।
प्रदेश के 16 जिलों डिण्डोरी, टीकमगढ़, रीवा, शहडोल, धार, अलीराजपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, देवास, शाजापुर, श्योपुरकला, भिण्ड, हरदा और बैतूल में सामान्य वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि बालाघाट, सिंगरौली, अनूपपुर, इंदौर, झाबुआ, खरगोन, बड़वानी, खण्डवा और आगर जिले कम वर्षा वाले जिलों की श्रेणी में हैं। इसके अलावा बुरहानपुर जिले में अल्प-वर्षा दर्ज की गई है।
(एजेंसी भाषा से इनपुट)
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