केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री मनसुख मंडाविया दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उनके साथ ऐसी घटना घट गई कि उन्होंने खुद इसकी जानकारी शेयर की. दरअसल, वह आम मरीज की तरह सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) पहुंचे तो उनके साथ अजीब सी घटना घट गई. मनसुख ने सफदरजंग अस्पताल (Mansukh Mandaviya at Safdarjung Hospital) में चार स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के उद्घाटन समारोह में इस पूरी घटना के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि जब वह सफदरजंग अस्पताल में बेंच पर बैठे थे तो एक गार्ड ने उन्हें डंडा मार दिया. यही नहीं पहचान बदलकर अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्यमंत्री को बहुत सारी अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में 75 साल की महिला अपने बेटे के लिए स्ट्रेचर खोज रही थी. उन्हें सही मदद नहीं मिली. किसी तरह मैंने मदद की. स्वास्थ्यमंत्री ने गार्ड के डंडा मारने की बात पीएम मोदी से भी शेयर की थी. उन्होंने पूछा कि क्या आपने उसे सस्पेंड किया तो मैंने कहा कि व्यक्ति को सजा नहीं व्यवस्था में सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आइये हम एक ऐसा भारत बनाये जिसमें हर नागरिक स्वस्थ हो, हर नागरिक डेडिकेशन के साथ देश के लिये काम करता हो। ये भाव ही देश को आगे ले जायेगा. मनसुख मंडाविया ने इस कार्यक्रम में कोरोना काल में किए गए डॉक्टरों के काम की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टरों को टीम वर्क के रूप में काम करना चाहिए.
बता दें कि आज मनसुख मंडाविया को डब्ल्यूएचओ प्रनुख ने भी धन्यवाद दिया. दरअसल भारत ने घोषणा की है कि वैक्सीन मैत्री के तहत अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से अतिरिक्त वैक्सीन विदेशों में भी भेजी जानी शुरू की जाएगी. दरअसल, भारत दुनिया में वैक्सीन का सबसे बड़ा निर्माता है. अप्रैल में टीकों के निर्यात पर ब्रेक लगा दिया गया था ताकि देश में संक्रमण को रोकने के लिए अपने देश के लोगों को टीका लगाने पर ही ध्यान केंद्रित रहे. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधनोम घ्रेबेसिस ने ट्वीट किया कि स्वास्थ्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने घोषणा की है कि भारत कोविड-19 वैक्सीन की सप्लाई अक्टूबर से शुरू करने जा रहा है. इसके लिए उनका धन्यवाद. इस साल के अंत तक सभी देशों की 40 प्रतिशत आबादी के टीकाकरण के लक्ष्य के समर्थन में ये अहम कदम है.
गौरतलब है कि स्वास्थ्यमंत्री ने सोमवार को कहा था कि सरकार को अक्टूबर में कोविड-19 टीकों की 30 करोड़ से अधिक खुराक और अगले तीन महीनों में 100 करोड़ से अधिक खुराक मिलेगी. उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 टीके की अब तक 81 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है, अंतिम 10 करोड़ खुराक महज 11 दिनों में दी गई. देश के लोगों के टीकाकरण को सरकार की शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए मांडविया ने कहा कि अतिरिक्त टीकों का निर्यात अगली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में ‘वैक्सीन मैत्री' कार्यक्रम के तहत और ‘कोवैक्स' पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए शुरू होगा.
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