प्रतीकात्मक फोटो
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र गुड़गांव से दस दिन पूर्व अपहृत किए गए एक बड़े कारोबारी को पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद छुड़ा लिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 12 अक्तूबर की रात गुड़गांव के डीएलएल-1 क्षेत्र के निवासी और प्लास्टिक का व्यापार करने वाले सुकीरत प्रीत बख्शी का उनकी पजेरो गाड़ी सहित कुछ बदमाशों ने दिल्ली क्षेत्र से अपहरण कर लिया।
बदमाशों ने कार चालक मनोज को सोहना-पलवल रोड पर फेंक दिया और कारोबारी की रिहाई के लिए उसके परिजनों से पांच करोड़ रुपयों की मांग की। दिल्ली पुलिस कुछ कर पाती उससे पहले ही बदमाशों ने बख्शी के घरवालों से 60 लाख रुपये वसूल कर उसे लौटा दिया।
दिल्ली पुलिस को जांच में राहुल यादव नामक शख्स की भूमिका की जानकारी मिली तो उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं और पता चला कि अपहरणकर्ता गिरोह मथुरा के बरसाना क्षेत्र के हाथिया गांव का है।
इस सूचना पर मथुरा पुलिस सक्रिय हुई और मंगलवार को बरसाना थाना प्रभारी राजेंद्र नागर एवं स्वॉट टीम प्रभारी उदयप्रताप सिंह ने हाथिया के जंगलों मे दबिश देकर कुछ बदमाशों को घेर लिया। करीब आधे घंटे की गोलीबारी के पश्चात इकबाल उर्फ काला उनके हाथ लग गया, जबकि उसके अन्य साथी भाग निकले।
इकबाल के खिलाफ दिल्ली तथा राजस्थान में कई संगीन मामले दर्ज हैं। वह इन दोनों राज्यों के सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है। उसका साथी हारिस मामा भी दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा का कुख्यात अपराधी है जिस पर तीनों राज्यों ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि अपहरण की साजिश में राहुल यादव, उमरा, जाहिद, कल्लन, शौकीन, दीनू, अंसार, जफर, रशीद आदि शामिल थे तो घटना को अंजाम देने में हारिस मामा, हारून, इकबाल, इकराम, मुश्ताक आदि ने मुख्य भूमिका निभाई। इनमें से कई अपराधियों पर इनाम घोषित है।
बदमाशों ने कार चालक मनोज को सोहना-पलवल रोड पर फेंक दिया और कारोबारी की रिहाई के लिए उसके परिजनों से पांच करोड़ रुपयों की मांग की। दिल्ली पुलिस कुछ कर पाती उससे पहले ही बदमाशों ने बख्शी के घरवालों से 60 लाख रुपये वसूल कर उसे लौटा दिया।
दिल्ली पुलिस को जांच में राहुल यादव नामक शख्स की भूमिका की जानकारी मिली तो उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं और पता चला कि अपहरणकर्ता गिरोह मथुरा के बरसाना क्षेत्र के हाथिया गांव का है।
इस सूचना पर मथुरा पुलिस सक्रिय हुई और मंगलवार को बरसाना थाना प्रभारी राजेंद्र नागर एवं स्वॉट टीम प्रभारी उदयप्रताप सिंह ने हाथिया के जंगलों मे दबिश देकर कुछ बदमाशों को घेर लिया। करीब आधे घंटे की गोलीबारी के पश्चात इकबाल उर्फ काला उनके हाथ लग गया, जबकि उसके अन्य साथी भाग निकले।
इकबाल के खिलाफ दिल्ली तथा राजस्थान में कई संगीन मामले दर्ज हैं। वह इन दोनों राज्यों के सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है। उसका साथी हारिस मामा भी दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा का कुख्यात अपराधी है जिस पर तीनों राज्यों ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि अपहरण की साजिश में राहुल यादव, उमरा, जाहिद, कल्लन, शौकीन, दीनू, अंसार, जफर, रशीद आदि शामिल थे तो घटना को अंजाम देने में हारिस मामा, हारून, इकबाल, इकराम, मुश्ताक आदि ने मुख्य भूमिका निभाई। इनमें से कई अपराधियों पर इनाम घोषित है।
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