भारती अरोड़ा का फाइल फोटो...
चंडीगढ़:
हरियाणा सरकार ने गुड़गांव की संयुक्त पुलिस आयुक्त भारती अरोड़ा सहित छह आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। भारती अरोड़ा हाल ही में गुड़गांव के पुलिस कमिश्नर नवदीप विर्क के साथ एक रेप केस को लेकर हुए विवाद को लेकर चर्चा में रही थीं।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भारती को पंचकुला के पुलिस मुख्यालय में डीआईजी (कल्याण एवं प्रशिक्षण) नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि गुड़गांव की संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) भारती अरोड़ा ने अपने अधिकारी नवदीप सिंह विर्क पर उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने दुष्कर्म के एक हाई प्रोफाइल मामले की जांच में अनुचित दखल देने का भी आरोप लगाते हुए केस की सीबीआई से जांच की मांग की थी। हालांकि विर्क ने इन आरोपों का खंडन किया था। अरोड़ा ने इस बाबत हरियाणा के पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल को पत्र लिख भी लिखा था। इससे पहले भी अरोड़ा ने विर्क के खिलाफ सिंघल को पत्र लिखा था और उनसे हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें डर है कि विर्क उनके कॅरियर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अजय भारद्वाज, जिनके खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगा, वह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के अधिकारी हैं और गुड़गांव के पूर्व उपायुक्त आर.पी. भारद्वाज के बेटे भी हैं। भारद्वाज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता अजय की पूर्व लिव-इन-पार्टनर है, जो गुड़गांव के अर्डी सिटी की निवासी है, अजय से उसका एक बच्चा भी है।
भारद्वाज को एक अगस्त, 2014 को गुड़गांव पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार किया था। विवाद पिछले साल जुलाई से शुरू हुआ, जब अरोड़ा को मामले की जांच सौंपी गई। उस समय विर्क गुड़गांव पुलिस प्रमुख नहीं थे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि भारती को पंचकुला के पुलिस मुख्यालय में डीआईजी (कल्याण एवं प्रशिक्षण) नियुक्त किया गया है।
उल्लेखनीय है कि गुड़गांव की संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) भारती अरोड़ा ने अपने अधिकारी नवदीप सिंह विर्क पर उत्पीड़न और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने दुष्कर्म के एक हाई प्रोफाइल मामले की जांच में अनुचित दखल देने का भी आरोप लगाते हुए केस की सीबीआई से जांच की मांग की थी। हालांकि विर्क ने इन आरोपों का खंडन किया था। अरोड़ा ने इस बाबत हरियाणा के पुलिस महानिदेशक यशपाल सिंघल को पत्र लिख भी लिखा था। इससे पहले भी अरोड़ा ने विर्क के खिलाफ सिंघल को पत्र लिखा था और उनसे हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें डर है कि विर्क उनके कॅरियर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अजय भारद्वाज, जिनके खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगा, वह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के अधिकारी हैं और गुड़गांव के पूर्व उपायुक्त आर.पी. भारद्वाज के बेटे भी हैं। भारद्वाज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता अजय की पूर्व लिव-इन-पार्टनर है, जो गुड़गांव के अर्डी सिटी की निवासी है, अजय से उसका एक बच्चा भी है।
भारद्वाज को एक अगस्त, 2014 को गुड़गांव पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार किया था। विवाद पिछले साल जुलाई से शुरू हुआ, जब अरोड़ा को मामले की जांच सौंपी गई। उस समय विर्क गुड़गांव पुलिस प्रमुख नहीं थे।
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