नई दिल्ली:
गुरदासपुर आतंकवादी हमले की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि लश्कर-ए-तैयबा के तीन संदिग्ध आतंकवादी अंतराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित पठानकोट के बामियाल गांव के रास्ते देश में घुसे थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि संदिग्ध आतंकवादियों ने पाकिस्तान के शंकरगढ़ से बामियाल गांव में प्रवेश किया और बाद में परमानंद गांव पहुंचे।
आतंकवादियों ने एक टेम्पो ट्रेवलर को रोकने की कोशिश की और बाद में एक कार अगवा कर दीना गर पुलिस चौकी पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह पता नहीं चल पाया है कि वे गुरदासपुर के परमानंद गांव कैसे पहुंचे जो बामियाल से 26 किलोमीटर दूर है।
जांचकर्ता जब्त की गई जीपीएस से कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। इस उपकरण का इस्तेमाल यात्री अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिए किया करते हैं। जीपीएस को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि संदिग्ध आतंकवादियों ने पाकिस्तान के शंकरगढ़ से बामियाल गांव में प्रवेश किया और बाद में परमानंद गांव पहुंचे।
आतंकवादियों ने एक टेम्पो ट्रेवलर को रोकने की कोशिश की और बाद में एक कार अगवा कर दीना गर पुलिस चौकी पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह पता नहीं चल पाया है कि वे गुरदासपुर के परमानंद गांव कैसे पहुंचे जो बामियाल से 26 किलोमीटर दूर है।
जांचकर्ता जब्त की गई जीपीएस से कुछ जानकारी मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। इस उपकरण का इस्तेमाल यात्री अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिए किया करते हैं। जीपीएस को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
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