कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के देश में बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले साह 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को एहतियात के तौर पर बूस्टर डोज देने का ऐलान किया है. चुनाव ड्यूटी में लगे लोगों को भी फ्रंटलाइन वर्कर्स की कैटेगरी में शामिल किया गया है. केंद्र सरकार ने चिट्ठी लिखकर चुनाव वाले राज्यों में कोरोना का टीकाकरण अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं. सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि चुनाव वाले पांच राज्यों में इलेक्शन ड्यूटी में लगे लोगों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की कैटेगरी में शामिल किया जाएगा और उन्हें भी प्रिकॉशन यानी एहतियाती डोज़ दी जाएगी. ऐसे लोगों को दूसरी खुराक के 9 महीने के अंतराल पर प्रिकॉशन डोज़ दी जाएगी.
केंद्र की ओर से लिखे गए लेटर में राज्यों से कहा गया है कि चुनाव वाले राज्यों में भीड़भाड़ बढ़ने की संभावना है, इसलिए इन राज्यों में टीकाकरण को अधिकतम करने के लिए कवरेज के लिए अगला सप्ताह और पखवाड़ा महत्वपूर्ण है. इन राज्यों को अपने जिला स्तर पर टीकाकरण की समीक्षा करना जरूरी है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राजयों को चिट्ठी लिखकर अनुरोध किया है कि वो संबंधित अधिकारियों को टीकाकरण की योजना शुरू करने का निर्देश दें. 15 से 18 साल की उम्र के लोगों के लिए अलग वैक्सीनेशन साइट की सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार ने कहा है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह शनिवार को तीन बड़ी घोषणाएं की थी इन अहम ऐलानों के तहत, अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के किशोरों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को एहतियात के तौर पर बूस्टर डोज दी जाएगी. तीसरा ऐलान था कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोग भी डॉक्टर की सलाह पर ‘प्रीकॉशन डोज' (एहतियाती खुराक) ले सकते हैं.
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