राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला तो गौतम गंभीर ने कहा- 'अवार्ड का नाम खिलाड़ी के नाम पर नहीं होगा तो...'

विवाद के सवाल पर गौतम गंभीर ने कहा कि विवाद खड़ा करने के नाम पर तो किसी बात पर भी हो सकता है. खेल अवार्ड खिलाड़ी के नाम पर नहीं होगा तो किसके नाम पर होगा. इससे बेहतर फैसला नहीं हो सकता. इसके लिए इससे बेहतर टाइमिंग नहीं हो सकती थी, जब हमारी टीम 41 साल बाद पुरुष हॉकी टीम जीती, जैसे महिला हॉकी टीम में ओलिंपिक में प्रदर्शन किया

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदला तो गौतम गंभीर ने कहा- 'अवार्ड का नाम खिलाड़ी के नाम पर नहीं होगा तो...'

मेजर ध्यानचंद को भारतरत्न भी मिलना चाहिए : गौतम गंभीर

नई दिल्ली:

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम  ने शानदार परफॉर्मेंस किया और  पुरुष टीम ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम करने में सफल रही. वहीं, भारतीय महिला हॉकी टीम ने भी शानदार परफॉर्मेंस दिया और ब्रॉन्ज मेडल का मैच खेलने में सफल रही. हालांकि महिला टीम ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गई. ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार परफॉर्मेंस के बाद अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा फैसला किया है. पीएम ने राजीव  गांधी खेलरत्न पुरस्कार (Rajiv Gandhi Khel Ratna Award) को मेजर ध्यानचंद खेलरत्न पुरस्कार के नाम से जाने जानी की घोषणा कर दी है. 

इस मामले पर  पर पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि ये चीज पहले ही हो जानी चाहिए थी, जब खेल रत्न सम्मान शुरू हुआ था, तभी किसी खिलाड़ी के नाम पर होना चाहिए था. मेजर ध्यानचंद से बड़े खिलाड़ी पूरे इतिहास में कोई नहीं. मोदी सरकार ने ये फैसला लिया इससे पूरा देश खुश होगा और समर्थन देगा. 

इस मामले को लेकर विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि विवाद खड़ा करने के नाम पर तो किसी बात पर भी हो सकता है. खेल अवार्ड खिलाड़ी के नाम पर नहीं होगा तो किसके नाम पर होगा. इससे बेहतर फैसला नहीं हो सकता. इसके लिए इससे बेहतर टाइमिंग नहीं हो सकती थी, जब हमारी टीम 41 साल बाद पुरुष हॉकी टीम जीती, जैसे महिला हॉकी टीम में ओलिंपिक में प्रदर्शन किया. मेजर ध्यान चंद को भारत रत्न सबसे पहले मिलना चाहिए था. उम्मीद करता हूं आगे जाकर उन्हें भारत रत्न का अवार्ड मिलेगा.

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बता दें कि पीएम ने ट्वीट करते हुए भी इसकी जानकारी सभी के साथ साझा भी की है. पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मेजर ध्यानचंद भारत के उन अग्रणी खिलाड़ियों में से थे जिन्होंने भारत के लिए सम्मान और गौरव लाया, लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है'. बता दें कि पहले खेल रत्न पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के नाम से जाना जाता था.