खास बातें
- प्रधानमंत्री ने कहा, मैं लड़की के परिजनों और देश से कहना चाहता हूं कि वह भले ही जीवन की लड़ाई हार गई हो, लेकिन अब यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि उसकी मौत को हल्के तौर पर न लिया जाए।
नई दिल्ली: सामूहिक बलात्कार की शिकार 23-वर्षीय छात्रा की मौत पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित आज देश का हर नागरिक शोकाकुल है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस छात्रा को 'भारत की बहादुर बेटी' करार देते हुए कहा कि इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे। राष्ट्रपति ने अपने शोक संदेश में कहा कि वह एक बहादुर लड़की थी, जो अंत तक अपने जीवन और सम्मान के लिए लड़ती रही। वह सच्ची नायिका है और भारतीय युवाओं एवं महिलाओं के उत्कृष्टता का प्रतीक है।
उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा, युवावस्था में उस लड़की के जाने से मुझे गहरा दुख है। उसे भारत की बेटी कहना ज्यादा बेहतर है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पीड़ित की याद में सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि उसके साथ हुए भयावह हादसे को लेकर युवाओं में उपजी भावनाएं और ऊर्जा रचनात्मक दिशा का रुख करें।
पीड़ित की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्होंने देशवासियों के साथ मिलकर उसके परिवार और मित्रों के प्रति संवेदना जताई है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि यह बहादुर लड़की महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित करने और सामाजिक बदलाव के लिए जारी लड़ाई का 'शक्तिशाली प्रतीक' बन गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी लड़की की मौत पर दुख जताया है। सोनिया से जुड़े सूत्रों ने बताया कि लड़की की दुखद मौत की जानकारी पाकर कांग्रेस अध्यक्ष सकते में हैं और बेहद गमजदा हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीड़ित के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने वादा किया कि कानून को और कड़ा किया जाएगा, ताकि इस तरह की वारदात की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। शिंदे ने कहा कि छात्रा को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि बलात्कार के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने 23 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार को बतौर प्रशासक अपने लिए 'शर्मनाक घटना' करार देते हुए पीड़ित की मौत पर गहरे दुख का इजहार किया है। शीला ने लोगों से इसके साथ ही अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि इस तरह की वीभत्स घटना दोबारा नहीं हो, यह सुनिश्चित करना चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी में छात्र और आम जनता शांति मार्च निकाल रहे हैं। जंतर-मंतर पर एकत्र प्रदर्शनकारियों ने छात्रा को श्रद्धांजलि दी। प्रख्यात वकील राम जेठमलानी ने मांग की कि इस मामले में मुकदमा तेजी से चले और दोषियों को जल्द सजा दी जाए। राज्यसभा सांसद जेठमलानी ने कहा, मुझे उम्मीद है कि मुकदमा तेजी से होगा और इसका परिणाम दोषियों को तेजी से दंडित करने के रूप में देखने को मिलेगा। अंतत: न्याय होना चाहिए। मुकदमा दो महीने में समाप्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को पिछले सप्ताह इंडिया गेट और विजय चौक पर एकत्र प्रदर्शनकारियों से सीधे संवाद करना चाहिए था।
लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सरकार को महिलाओं के खिलाफ अपराध से निपटने के लिए कड़े से कड़े कानून बनाने चाहिए। सभी राज्यों विशेषकर उत्तर प्रदेश को इस घटना को गंभीरता से लेना चाहिए। केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने कहा कि हर कोई उम्मीद कर रहा था कि युवती की इच्छाशक्ति इतनी मजबूत है कि वह सभी प्रतिकूल स्थितियों से बाहर निकल आएगी। कांग्रेस प्रवक्ता संदीप दीक्षित ने कहा कि दिल्ली की जनता को अपने गुस्से और दुख का इजहार करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर एकत्र होने का मौका दिया जाना चाहिए।
बीजेपी नेता अरुण जेटली ने सामूहिक बलात्कार की शिकार युवती के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए आज कहा कि कानूनों में संशोधन की आवश्यकता है। साथ ही कहा कि ऐसा माहौल बनाए जाने की जरूरत है, जहां महिलाएं समान रूप से सुरक्षित रह सकें। जेटली ने कहा कि हमारे सबके सिर आज शर्म से झुक जाने चाहिए कि एक युवती बर्बरता और दरिंदगी का शिकार बनी। ऐसे माहौल की शिकार बनी, जो महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि हर पुलिसकर्मी को प्रार्थना करनी चाहिए और महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने में सामूहिक विफलता के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।