बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष एवं पार्टी के पहले दलित प्रमुख बंगारू लक्ष्मण का आज हैदराबाद में निधन हो गया। वह 74 वर्ष थे।
लक्ष्मण पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और हैदराबाद के यशोदा अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था, जहां आज उनका निधन हो गया।
बंगारू लक्ष्मण साल 2000 से 2001 के बीच बीजेपी के अध्यक्ष रहे। इससे पहले साल 1999 से 2000 के बीच वह केंद्रीय रेल राज्यमंत्री के पद पर आसीन थे।
तहलका के एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद साल 2001 में उन्हें पार्टी के अध्यक्ष पद की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। तहलका के स्टिंग ऑपरेशन में रक्षा सौदों में धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे। इस स्टिंग में बंगारू लक्ष्मण को बीजेपी मुख्यालय स्थित अपने कैमरे में रिश्वत लेते दिखाया गया था। 27 अप्रैल, 2012 को दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें इस मामले में दोषी करार दिया था और उन्हें चार साल की सजा सुनाई थी।
आंध्रप्रदेश में एक दलित परिवार में जन्मे लक्ष्मण युवावस्था में राजनीति में आए और 1996 में राज्यसभा के लिए चुने गए। आपातकाल में जेल जाने वाले नेताओं में वह भी शामिल थे। उनकी पत्नी सुशीला लक्ष्मण बंगारू भाजपा के टिकट पर 14वीं लोकसभा के लिए राजस्थान के जालौर से निर्वाचित हुई।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह सहित पार्टी के कई नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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