
झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नई सरकार भले रविवार को शपथ ग्रहण करेगी लेकिन उनके लिए ख़ुशख़बरी आनी शुरू हो गयी है. झारखंड को क़रीब 196 किलोग्राम सोना और 1.70 करोड़ नगद रुपये मिलने वाले हैं. ये सब चारा घोटाले के दोषियों के पास से ज़ब्त किया गया था और इस मामले में कोर्ट के आदेश के बाद दोषियों द्वारा अर्जित संपत्ति झारखंड सरकार को देने का आदेश दिया गया है. इससे पूर्व सीबीआई की विशेष कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि इन अभियुक्तों ने राज्य सरकार के पैसे का ग़बन कर सोना और नगद जमा किया इसलिए सीबीआई द्वारा ज़ब्त संपत्ति पर राज्य सरकार का अधिकार हैं. इस मामले की जांच शुरू करने के बाद सीबीआई ने जहां मुख्य अभियुक्त डॉक्टर श्याम बिहार सिंह के पास से 31 किलो सोना, डॉक्टर केएम प्रसाद के पास से 106 किलो सोना और त्रिपुरारी मोहन प्रसाद के पास से 38 किलो सोना ज़ब्त किया था. जहां तक नगदी का सवाल है, सबसे ज्यादा दीपेश चंडोक के पास से ज़ब्त हुआ था. यह राशि एक करोड़ 33 लाख रुपये है.
हालांकि इसके अलावा कई और अभियुक्त की चल और अचल संपत्ति ज़ब्त की गई है. लेकिन इसके बारे में कोर्ट का विस्तृत आदेश नहीं आया है. गौरतलब है कि चारा घोटाले के सिलसिले में जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और जगन्नाथ मिश्र को जेल जाना पड़ा. वहीं लालू यादव अब भी इस जेल की सजा काट रहे हैं. चारा घोटाले के अधिकांश मामले में आरोपियों को सजा दिलाने में जांच एजेन्सी सीबीआई कामयाब हुई. अब लेकिन देखना यह है कि हेमंत सरकार सोना बेचती है या सरकारी ख़ज़ाने में ऐसे ही रहने देती है.
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