नई दिल्ली:
रक्षामंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि वैज्ञानिकों ने निर्भय क्रूज मिसाइल में गड़बडी की पहचान की है और इसकी डिजायन एवं कार्यप्रणाली में सुधार किए जा रहे हैं।
एंटनी ने ए इलावरासन के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि मिसाइल की ‘इनरशियल’ दिशा निर्देशन प्रणाली ने सही कार्य नहीं किया है और इसकी डिजायन व कार्यप्रणाली में सुधार किए जा रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित भारत की सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण प्रौद्योगिकीय परियोजना निर्भय क्रूज मिसाइल अपने पहले परीक्षण में आंशिक रूप से ही सफल रही है, एंटनी ने कहा, ‘हां, सभी लक्ष्य बिंदुओं (वे प्वाइंट्स) में उडान भर कर पूरी रेंज को कवर करने के अतिरिक्त क्रूज मिसाइल की कार्यप्रणाली के लिए निर्धारित सभी उद्देश्य पूरी तरह प्राप्त कर लिए गए हैं।’
एंटनी ने कहा कि मिसाइल को निपुणतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था और दिशा निर्देशन प्रणाली सटीक थी जिसमें इसने पहले लक्ष्य बिंदु को सही भेदा था और दूसरे लक्ष्य बिंदु की ओर जाते समय इसमें विचलन देखा गया। उन्होंने कहा कि तटीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन को समय से पहले समाप्त कर दिया गया।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि डीआरडीओ ने आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में 1200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मिसाइल परीक्षण केंद्र स्थापित किए जाने का प्रस्ताव दिया है।
एंटनी ने ए इलावरासन के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि मिसाइल की ‘इनरशियल’ दिशा निर्देशन प्रणाली ने सही कार्य नहीं किया है और इसकी डिजायन व कार्यप्रणाली में सुधार किए जा रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित भारत की सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण प्रौद्योगिकीय परियोजना निर्भय क्रूज मिसाइल अपने पहले परीक्षण में आंशिक रूप से ही सफल रही है, एंटनी ने कहा, ‘हां, सभी लक्ष्य बिंदुओं (वे प्वाइंट्स) में उडान भर कर पूरी रेंज को कवर करने के अतिरिक्त क्रूज मिसाइल की कार्यप्रणाली के लिए निर्धारित सभी उद्देश्य पूरी तरह प्राप्त कर लिए गए हैं।’
एंटनी ने कहा कि मिसाइल को निपुणतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था और दिशा निर्देशन प्रणाली सटीक थी जिसमें इसने पहले लक्ष्य बिंदु को सही भेदा था और दूसरे लक्ष्य बिंदु की ओर जाते समय इसमें विचलन देखा गया। उन्होंने कहा कि तटीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन को समय से पहले समाप्त कर दिया गया।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि डीआरडीओ ने आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में 1200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मिसाइल परीक्षण केंद्र स्थापित किए जाने का प्रस्ताव दिया है।
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