भोपाल:
कांग्रेस महासचिव एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में कट्टरपंथी हिन्दुओं एवं मुस्लिमों के बीच सांठगांठ का आरोप लगाते हुए इस बात की विस्तृत जांच की मांग की है कि इन्हें किसका संरक्षण मिला हुआ है।
सिंह ने बुधवार को राज्य विधानसभा स्थित ‘प्रेस कक्ष’ में संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह बहुत पहले से इस सांठगांठ के बारे में जानकारी देते आ रहे हैं।
प्रदेश में कट्टरपंथी हिन्दू एवं मुस्लिम मिलकर साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए वे ‘फेसबुक’ जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट तक का सहारा ले रहे हैं। इसमें भाजपा-आरएसएस से जुड़े हिन्दू-मुस्लिम वर्ग के नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पास इसके अनेक प्रमाण हैं। पिछले वर्ष 25 सितंबर को खण्डवा में बजरंग दल के जिला प्रमुख हिम्मत मण्डलोई के घर से पुलिस ने एक सिमी कार्यकर्ता को बम बनाने के मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन मण्डलोई फरार होने में कामयाब हो गया।
उनका यह भी आरोप था कि प्रदेश के इंदौर एवं जबलपुर में धीरे-धीरे कट्टरपंथी ताकतें घर बनाती जा रही हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
सिंह ने बुधवार को राज्य विधानसभा स्थित ‘प्रेस कक्ष’ में संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह बहुत पहले से इस सांठगांठ के बारे में जानकारी देते आ रहे हैं।
प्रदेश में कट्टरपंथी हिन्दू एवं मुस्लिम मिलकर साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं और इसके लिए वे ‘फेसबुक’ जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट तक का सहारा ले रहे हैं। इसमें भाजपा-आरएसएस से जुड़े हिन्दू-मुस्लिम वर्ग के नेता एवं कार्यकर्ता शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पास इसके अनेक प्रमाण हैं। पिछले वर्ष 25 सितंबर को खण्डवा में बजरंग दल के जिला प्रमुख हिम्मत मण्डलोई के घर से पुलिस ने एक सिमी कार्यकर्ता को बम बनाने के मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन मण्डलोई फरार होने में कामयाब हो गया।
उनका यह भी आरोप था कि प्रदेश के इंदौर एवं जबलपुर में धीरे-धीरे कट्टरपंथी ताकतें घर बनाती जा रही हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
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