गाजीपुर बॉर्डर को प्रशासन ने किले में किया तब्दील, रास्तों पर लगाए गए भारी बैरिकेड

दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को सोमवार को किले में तब्दील कर दिया गया. पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरीकेड की संख्या बढ़ा दी.

गाजीपुर बॉर्डर को प्रशासन ने किले में किया तब्दील, रास्तों पर लगाए गए भारी बैरिकेड

सीमा पूरी तरह से सील कर दिए जाने के कारण वैकल्पिक मार्ग पर जाम की समस्या उत्पन्न हो गयी है

नई दिल्ली:

दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को सोमवार को किले में तब्दील कर दिया गया. पुलिस ने वहां सुरक्षा कड़ी कर दी और बैरीकेड की संख्या बढ़ा दी. दिल्ली-उत्तरप्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए कई स्तरीय बैरीकेड (Barricades) लगाए गए हैं. लोगों को पैदल चलने से रोकने के लिए कंटीले तार भी लगाए गए हैं.एक फरवरी की सुबह एक बार फिर किसान बैरिकेड्स के पीछे उसी स्थान पर जमा हो गए जहां वे दो महीने से अधिक समय से डटे हुए थे.अधिकतर किसान फिर से उस जगह पर सहज हो गए हैं. लंगरों से भोजन आना भी शुरू हो गया हैं.


बताते चले कि महज पांच दिन पहले इसी जगह पर तब हाई वॉल्टेज ड्रामा देखने को मिला था जब किसानों को पुलिस की तरफ से जगह छोड़ने का आदेश मिला था. लेकिन भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों और उनके नेता राकेश टिकैत के गाजीपुर यूपी गेट पर जमे रहने और टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद राजस्थान, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड से काफी संख्या में किसान यहां पहुंच गए. जिसके बाद घटनाक्रम काफी तेजी से बदलने लगा.

गौरतलब है कि राकेश टिकैत ने कहा था कि इस जगह से हटने के बदले मैं गोली खाना पसंद करूंगा. उनके भावनात्मक अपील के बाद एक बार फिर से किसान आंदोलन स्थल पर जमा हो गए. बताते चले कि इस हाईवे पर में 14 लेन हैं, सात गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ हैं जो दो महीने से अधिक समय से किसानों द्वारा अवरुद्ध किया गया है. लेकिन दिल्ली से गाजियाबाद की तरफ की सात लेनें एक-दो मौकों को छोड़कर खुली रही है, कभी-कभी ही किसानों की तरफ से इसे जाम किया गया है.

इधर दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव ने सोमवार को गाजीपुर बॉर्डर का दौरा करके वहां सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. गाजीपुर बॉर्डर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का नया केंद्र बिंदु बन गया है. अधिकारियों ने बताया कि श्रीवास्तव ने विशेष पुलिस आयुक्त (मध्य) राजेश खुराना, संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्व) आलोक कुमार और डीसीपी (पूर्व) दीपक यादव के साथ प्रदर्शन स्थल का दौरा किया.

अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली पुलिस आयुक्त ने सुरक्षाकर्मियों के साथ बातचीत की और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की. इस बीच, यात्रियों को भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ लगती दिल्ली की सीमाएं आंदोलन के कारण कई जगहों पर बंद रहीं. दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्विटर पर यात्रियों को यातायात प्रभावित क्षेत्रों के बारे में सतर्क किया और जनता को असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग सुझाए. 

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(इनपुट भाषा से भी)



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)