पुलिस अभियान में 20 लोगों की हत्या किए जाने में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पीड़ितों के रिश्तेदारों ने रविवार को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
लाल चंदन तस्कर निरोधी कार्यबल के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग करते हुए पड़ोसी तमिलनाडु के 20 लकड़हारों के रिश्तेदारों ने तिरुपति शहरी जिला पुलिस के तहत चंद्रगिरि थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसमें उनपर उनके रिश्तेदारों की हत्या करने का आरोप लगाया गया है।
तिरपति (पश्चिम उप संभाग) के डीएसपी के श्रीनिवासुलू ने फोन पर बताया, ‘अपनी शिकायत में उन्होंने गोलीबारी की घटना पर संदेह जताया है और आरोप लगाया है कि यह फर्जी था। उन्होंने लाल चंदन तस्कर रोधी कार्य बल के कर्मियों के खिलाफ कानून के अनुसार जरूरी कार्रवाई की मांग की है।’
कुछ रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि घटना आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा ‘सुनियोजित हत्या’ थी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘वे (घटना में मारे गए लोग) मामूली श्रमिक थे जो भवन और निर्माण कार्य के लिए चित्तूर आए थे। हम गोलीबारी की घटना की व्यापक जांच और पुलिस और वन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हैं। सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।’
हालांकि, तिरपति (पूर्व उप-संभाग) के डीएसपी आर रविशंकर रेड्डी ने कहा कि शिकायत के बाद कोई नया मामला नहीं दर्ज किया गया है। श्रीनिवासुलू ने कहा, ‘वन अधिकारियों की शिकायत के आधार पर घटना के सिलसिले में पहले ही दो मामले दर्ज हैं, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि लकड़ी काटने वालों ने उनपर हमला किया। (दोनों मामलों के संबंध में) जांच चल रही है। अब हमने इस (नई) शिकायत को पहले ही दर्ज मामलों का हिस्सा माना है। हमने (शिकायत पर) कानूनी राय मांगी है और उसके अनुसार आगे बढ़ेंगे।’
डीएसपी ने कहा था कि कुल्हाड़ी, हंसिया, पत्थर और आग्नेयास्त्र से लैस लकड़ी काटने वालों के हमला करने के बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलीबारी की थी। हमले में 11 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। हमला आंध्र प्रदेश के सेशाचलम के पहाड़ी क्षेत्र में हुआ था।
आंध्र प्रदेश सरकार ने इससे पहले लाल चंदन की तस्करी को रोकने के लिए लाल चंदन तस्कर निरोधी कार्य बल का गठन किया था। इस कार्य बल में पुलिस और वन विभाग के अधिकारी शामिल होते हैं।
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