एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित बाल एवं महिला आश्रय गृहों से 94 नाबालिगों को बचाया गया जिनमें अधिकतर लड़कियां हैं।
                                            
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                                                                                रोहतक: 
                                        एक गैर सरकारी संगठन द्वारा संचालित बाल एवं महिला आश्रय गृहों से 94 नाबालिगों को बचाया गया जिनमें अधिकतर लड़कियां हैं। इनमें से कुछ पीड़ितों के साथ कथित रूप से यौन शोषण भी किया गया। एनजीओ की मालिक और उसके दामाद को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक विवेक शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत के बाद श्रीनगर क्षेत्र में बाल एवं महिला आश्रय गृह चलाने वाले एनजीओ भारत विकास परिषद की संचालक जसवंती देवी और उसके दामाद जय भगवान को गिरफ्तार किया गया।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया।
इन लोगों पर बाल संरक्षण और बलात्कार सहित भादंसं के विभिन्न प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं।
शर्मा ने बताया कि आश्रय गृहों में रहने वालों में कुछ लड़के और ज्यादातर लड़कियां थीं। आरोप है कि उन्हें एनजीओ ने गलत तरीके से बंद कर रखा था। इसके अतिरिक्त वहां कुछ महिलाएं भी थीं।
                                                                        
                                    
                                पुलिस अधीक्षक विवेक शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत के बाद श्रीनगर क्षेत्र में बाल एवं महिला आश्रय गृह चलाने वाले एनजीओ भारत विकास परिषद की संचालक जसवंती देवी और उसके दामाद जय भगवान को गिरफ्तार किया गया।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें 13 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया।
इन लोगों पर बाल संरक्षण और बलात्कार सहित भादंसं के विभिन्न प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं।
शर्मा ने बताया कि आश्रय गृहों में रहने वालों में कुछ लड़के और ज्यादातर लड़कियां थीं। आरोप है कि उन्हें एनजीओ ने गलत तरीके से बंद कर रखा था। इसके अतिरिक्त वहां कुछ महिलाएं भी थीं।