पूर्व सेना अधिकारी मोहम्मद सनाउल्लाह (Mohammad Sanaulla) डिटेंशन सेंटर से बाहर आ गए हैं. उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट से शुक्रवार को जमानत मिली थी. यह जमानत 20 हजार रुपए के जमानत बॉन्ड, 2 स्थानीय जमानतदार और बायो मेट्रिक्स पर दी गई थी. गौरतलब है कि मोहम्मद सनाउल्लाह को पिछले महीने विदेशी घोषित कर डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया था. रिहाई के बाद सनाउल्लाह ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. इस दौरान उन्होंने बताया कि डिटेंशन सेंटर के भीतर के हालात कैसे हैं. सनाउल्लाह के मुताबिक कैंप का माहौल बहुत दुखदायक है. अंदर लोग कई सालों से मौजूद हैं और उनकी सजा की कोई सीमा नहीं है. सनाउल्लाह ने कहा कि डिटेंशन के अंदर हिरासत में लोगों की कोई सुनवाई नहीं है.
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सनाउल्लाह ने इस पूरे मामले पर एनडीटीवी का भी शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि आप लोगों की वजह से ही मैं अंदर से बाहर आ पाया. बता दें कि गुवाहाटी हाईकोर्ट ने मोहम्मद सनाउल्लाह को डिटेंशन सेंटर में भेजने के मामले में केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस भी जारी किया है. इसके अलावा चुनाव आयोग, राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के अधिकारियों और असम सीमा पुलिस के जांच अधिकारी चंद्रमल दास को भी नोटिस जारी किए गए हैं.
सुप्रीम कोर्ट की प्रतिष्ठित वकील इंदिरा जयसिंह आज मोहम्मद सनाउल्ला की ओर से अदालत में पेश हुईं थीं. 30 साल तक सेना और फिर असम बॉर्डर पुलिस में सेवा देने वाले मोहम्मद सनाउल्लाह को पिछले महीने गिरफ्तार कर एक नजरबंदी केंद्र में रखा गया था. उन पर विदेशी होने का आरोप लगाया गया था, जो देश में अवैध रूप से रह रहे हैं.
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