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गंगा के मुद्दे पर बीते 24 जून से अनशन पर थे पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल.
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पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल का निधन
हरिद्वार से दिल्ली लाते वक़्त रास्ते में निधन
22 जून से अनशन पर थे जीडी अग्रवाल
बता दें कि गंगा में अवैध खनन, बांधों जैसे बड़े निर्माण और उसकी अविरलता को बनाए रखने के मुद्दे पर पर्यावरणविद स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद यानी प्रो. जीडी अग्रवाल अनशन पर थे. स्वामी सानंद गंगा से जुड़े तमाम मुद्दों पर सरकार को पहले भी कई बार आगाह कर चुके थे और इसी साल फरवरी में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख गंगा के लिए अलग से क़ानून बनाने की मांग की थी. कोई जवाब ना मिलने पर 86 साल के स्वामी सानंद 22 जून को अनशन पर बैठ गए थे. इस बीच दो केंद्रीय मंत्री उमा भारती और नितिन गडकरी उनसे अपना अनशन तोड़ने की अपील की थी, लेकिन वो नहीं माने.
आपको बता दें कि स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद उर्फ जीडी अग्रवाल पहले भी गंगा की सफाई के मुद्दे पर आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं. वर्ष 2012 में वह आमरण अनशन पर बैठे थे. बाद में सरकार की ओर से अपनी मांगों पर सहमति मिलने के बाद अनशन समाप्त कर दिया. इस अनशन के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई थी और इसके उन्हें उत्तर प्रदेश के वाराणसी से दिल्ली लाया गया था.
स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद उर्फ जीडी अग्रवाल पहले भी गंगा की सफाई के मुद्दे पर आमरण अनशन पर बैठ चुके हैं. वर्ष 2012 में वह आमरण अनशन पर बैठे थे. बाद में सरकार की ओर से अपनी मांगों पर सहमति मिलने के बाद अनशन समाप्त कर दिया था. इस अनशन के दौरान उनकी हालत बिगड़ गई थी और इसके उन्हें उत्तर प्रदेश के वाराणसी से दिल्ली लाया गया था.
VIDEO : पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल का निधन
आपको बता दें कि गंगा के ही मुद्दे पर 2011 में 115 दिन के अनशन के बाद स्वामी निगमानंद ने भी दम तोड़ दिया था.
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