बेंगलुरु:
कर्नाटक में पांच वर्ष तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शासन करने का अवसर देने वाले राज्य के मतदाता रविवार को इस बात पर फैसला लेंगे कि वह अगले पांच वर्ष तक मौका दिए जाने के लायक हैं या इस बार कांग्रेस या अन्य किसी को जनादेश दिया जाए।
भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेतृत्व ने सत्ता में पुन: वापसी का भरोसा जताया है। पार्टी ने दावा किया है कि संगठन अब भ्रष्ट लोगों के चंगुल से आजाद है। जाहिर है यह इशारा पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर था। येदियुरप्पा भाजपा छोड़कर अपनी कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) बना चुके हैं।
कांग्रेस ने यह कहते हुए भाजपा के आत्मविश्वास की हवा निकालने की कोशिश की है कि राज्य की जनता सत्ताधारी दल के भ्रष्टाचार, घोटालों और अंतर्कलह से तंग आ चुकी है और इसे सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है।
जनता दल-सेक्युलर के नेताओं ने कहा है कि उनकी पार्टी सबसे उपयुक्त विकल्प हैं, क्योंकि लोग बुद्धिमान हैं और उन्होंने दो राष्ट्रीय पार्टियों को भ्रष्टाचार घोटालों में लिप्तता और उनकी राज्य के हितों की रक्षा के प्रति उदासीनता को देख चुके हैं।
यहां तक कि केजेपी भी अपने दम पर सत्ता में आने का दावा कर रही है। येदियुरप्पा के मुताबिक कर्नाटक के लिए अन्य राज्यों की तरह एक क्षेत्रीय दल का चुनाव करने का समय आ गया है।
बहुमत मिलने का दावा कर रही इन पार्टियों और अन्य छोटी पार्टियों और बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों में से कौन सफल होता है इसका फैसला 8 मई को होने वाली मतगणना में सामने आएगा।
रविवार को दो करोड़ से अधिक महिला मतदाता सहित चार करोड़ से ज्यादा मतदाता विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुनेंगे।
चुनाव संपन्न कराने के लिए मतदाता सूची और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से लैस ढाई लाख से ज्यादा मतदानकर्मी राज्यभर के 52,034 मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गए।
खास कर उत्तरी और तटीय इलाके सहित राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम के 6 बजे तक रखा गया है।
यहां तक कि थोड़ा सामान्य मौसम के लिए जाना जाने वाला बेंगलुरु भी इस वर्ष अभी से ही तप रहा है। यहां पिछले कुछ दिनों से पारा 35 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
225 सदस्यों वाली विधानसभा में 224 सदस्यों का चुनाव होना है और एक सदस्य का मनोनयन किया जाएगा।
रविवार को 223 सीटों के लिए मतदान कराए जाएंगे, क्योंकि मैसूर जिले की एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव रोक दिया गया है।
शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराने के लिए रविवार को 130,000 पुलिसकर्मी मतदान पर नजर रखेंगे।
170 महिला प्रत्याशियों सहित 2948 प्रत्याशियों में से 1800 से ज्यादा उम्मीदवार निर्दलीय या गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों के हैं।
भाजपा के केंद्रीय और राज्य के नेतृत्व ने सत्ता में पुन: वापसी का भरोसा जताया है। पार्टी ने दावा किया है कि संगठन अब भ्रष्ट लोगों के चंगुल से आजाद है। जाहिर है यह इशारा पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर था। येदियुरप्पा भाजपा छोड़कर अपनी कर्नाटक जनता पार्टी (केजेपी) बना चुके हैं।
कांग्रेस ने यह कहते हुए भाजपा के आत्मविश्वास की हवा निकालने की कोशिश की है कि राज्य की जनता सत्ताधारी दल के भ्रष्टाचार, घोटालों और अंतर्कलह से तंग आ चुकी है और इसे सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है।
जनता दल-सेक्युलर के नेताओं ने कहा है कि उनकी पार्टी सबसे उपयुक्त विकल्प हैं, क्योंकि लोग बुद्धिमान हैं और उन्होंने दो राष्ट्रीय पार्टियों को भ्रष्टाचार घोटालों में लिप्तता और उनकी राज्य के हितों की रक्षा के प्रति उदासीनता को देख चुके हैं।
यहां तक कि केजेपी भी अपने दम पर सत्ता में आने का दावा कर रही है। येदियुरप्पा के मुताबिक कर्नाटक के लिए अन्य राज्यों की तरह एक क्षेत्रीय दल का चुनाव करने का समय आ गया है।
बहुमत मिलने का दावा कर रही इन पार्टियों और अन्य छोटी पार्टियों और बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों में से कौन सफल होता है इसका फैसला 8 मई को होने वाली मतगणना में सामने आएगा।
रविवार को दो करोड़ से अधिक महिला मतदाता सहित चार करोड़ से ज्यादा मतदाता विधानसभा में अपना प्रतिनिधि चुनेंगे।
चुनाव संपन्न कराने के लिए मतदाता सूची और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से लैस ढाई लाख से ज्यादा मतदानकर्मी राज्यभर के 52,034 मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गए।
खास कर उत्तरी और तटीय इलाके सहित राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम के 6 बजे तक रखा गया है।
यहां तक कि थोड़ा सामान्य मौसम के लिए जाना जाने वाला बेंगलुरु भी इस वर्ष अभी से ही तप रहा है। यहां पिछले कुछ दिनों से पारा 35 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
225 सदस्यों वाली विधानसभा में 224 सदस्यों का चुनाव होना है और एक सदस्य का मनोनयन किया जाएगा।
रविवार को 223 सीटों के लिए मतदान कराए जाएंगे, क्योंकि मैसूर जिले की एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव रोक दिया गया है।
शांतिपूर्वक मतदान संपन्न कराने के लिए रविवार को 130,000 पुलिसकर्मी मतदान पर नजर रखेंगे।
170 महिला प्रत्याशियों सहित 2948 प्रत्याशियों में से 1800 से ज्यादा उम्मीदवार निर्दलीय या गैर मान्यता प्राप्त पार्टियों के हैं।
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