जयपुर:
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को टैंक भेदी मिसाइल 'नाग' का राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र के रेगिस्तान में सफल परीक्षण किया. रक्षा सूत्रों ने बताया, मिसाइल ने मिशन में लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया. इस अत्याधुनिक मिसाइल के परीक्षण के मौके पर डीआरडीओ, रक्षा प्रयोगशाला (जोधपुर) के वैज्ञानिक, शस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य लोग उपस्थित थे. रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार जी सतीश रेड्डी ने कहा कि इस सफल परीक्षण से देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिली है. डीआरडीओ के प्रमुख डॉक्टर क्रिस्टोफर ने मिशन का हिस्सा रही टीम को बधाई दी.
दो हफ्ते पहले किया था पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण
भारत ने देश में निर्मित एवं परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा में एक परीक्षण रेंज से दो हफ्ते पहले सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था.यह सतह से सतह पर मार करने में सक्षम और 350 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मिसाइल थी. पृथ्वी-2 मिसाइल 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है. यह दो इंजनों से संचालित होती है. यह अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करती है. इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था. इस नौ मीटर लंबी मिसाइल को वर्ष 2003 में भारतीय सशस्त्र बल में शामिल किया गया था.
रूस करने जा रहा है एस-400 त्रिउंफ मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति
रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर कहा किया था वह भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 त्रिउंफ की आपूर्ति के लिए तैयारी में है. रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन कहा था कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं. भारत ने गत वर्ष 15 अक्तूबर को रूस के साथ त्रिउंफ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत पांच अरब डालर से अधिक है.
(इनपुट भाषा से भी)
दो हफ्ते पहले किया था पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण
भारत ने देश में निर्मित एवं परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा में एक परीक्षण रेंज से दो हफ्ते पहले सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था.यह सतह से सतह पर मार करने में सक्षम और 350 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मिसाइल थी. पृथ्वी-2 मिसाइल 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है. यह दो इंजनों से संचालित होती है. यह अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करती है. इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था. इस नौ मीटर लंबी मिसाइल को वर्ष 2003 में भारतीय सशस्त्र बल में शामिल किया गया था.
रूस करने जा रहा है एस-400 त्रिउंफ मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति
रूस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर कहा किया था वह भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 त्रिउंफ की आपूर्ति के लिए तैयारी में है. रूस के उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन कहा था कि भारत को विमान भेदी मिसाइल प्रणाली एस-400 की आपूर्ति को लेकर प्रीकान्ट्रैक्ट तैयारियां जारी हैं. भारत ने गत वर्ष 15 अक्तूबर को रूस के साथ त्रिउंफ वायु रक्षा प्रणाली को लेकर एक समझौते की घोषणा की थी जिसकी कीमत पांच अरब डालर से अधिक है.
(इनपुट भाषा से भी)
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