प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मित्रों और शुभचिंतकों से आग्रह किया कि वह 17 सितंबर को उनका जन्मदिवस नहीं मनाएं और ऐसा करने की बजाय अपना समय और संसाधन विनाशकारी बाढ़ का सामना कर रहे जम्मू कश्मीर के लोगों के राहत कार्य में लगाएं।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'कई जगहों से मुझे सुनने को मिला है कि मित्र और शुभचिंतक मेरे जन्म दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं। मेरा विनम्र आग्रह है कि मेरा जन्मदिवस नहीं मनाएं।'
उन्होंने कहा, 'इसकी बजाय अपने समय और संसाधन के रूप में खुद को जम्मू कश्मीर में राहत कार्यों के लिए समर्पित करें। समय की मांग है कि हम जम्मू कश्मीर के अपने भाइयों और बहनों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े रहें।'
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार मोदी ने कहा, 17 सितंबर को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग गुजरात में होंगे। हम उनका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे लेकिन कोई जन्म दिवस समारोह नहीं होगा।
गौरतलब है कि 17 सितंबर को मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने गुजरात सहित देश भर में बड़े पैमाने पर समारोह मनाने की योजना बनाई थी।
गुजरात में वडोदरा लोकसभा क्षेत्र और नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे 16 सितंबर को घोषित होने वाले हैं। ऐसे में गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने गुजरात के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी सीटों पर जीत दर्ज कर मोदी को जन्मदिन का तोहफा देने का आह्वान किया था।
इस दौरान चीनी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए प्रधानमंत्री गुजरात में ही रहने वाले थे। यहां पार्टी को सभी सीटों पर जीत की पूरी उम्मीद है और ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भव्य जश्न की योजना बना रखी थी।
वहीं उत्तर प्रदेश में बीजेपी की प्रदेश इकाई ने भी मोदी के 63 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में 63 किलो के लड्डू का ऑडर दे रखा था और लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में 63 अलग किस्म के पटाखे फोड़ने की योजना बना रखी थी। लेकिन अब प्रधानमंत्री के इस आग्रह के बाद पार्टी इस तरह के सभी आयोजनों को निरस्त करते हुए जम्मू कश्मीर में बाढ़ राहत के लिए चंदा एकत्र करने में जुटेगी। (एजेंसी इनपुट के साथ)
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