
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
छत्तीसगढ़ में अगवा हुए कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन की रिहाई के लिए माओवादियों द्वारा दी गई डेडलाइन का आज आखिरी दिन है। इस बीच, डीएम की रिहाई की कोशिशें तेज हो गई हैं।
वहीं नक्सलियों ने एक और मध्यस्थ का नाम भेजा है और वह हैं हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर हर गोपाल। नक्सलियों ने इससे पहले तीन मध्यस्थों- मनीष कुंजाम, प्रंशात भूषण और बीडी शर्मा के नाम दिए थे। कुंजाम मध्यस्थता के लिए खुद को तैयार नहीं कर पा रहे हैं, वहीं भूषण इससे इनकार कर चुके हैं, जबकि बीडी शर्मा का कहना है कि सरकार अगर कोई ठोस प्रस्ताव दे तो वह दोनों पक्षों को बिठाकर बात कर सकते हैं।
उधर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी दो नाम बातचीत के लिए बढ़ाए हैं। इनमें मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव रह चुकीं निर्मला बुच और छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव रहे सुयोग मिश्रा के नाम हैं।
रायपुर में अगवा कलेक्टर की रिहाई के लिए हवन और पूजा पाठ का दौर चल रहा है। यहां के लोगों का कहना है कि यह पूजा−पाठ नक्सलियों के विचारों के बदलने की उम्मीद से किया जा रहा है। लोगों के मुताबिक नक्सलियों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए गलत रास्ता चुना है और उन्हें डीएम एलेक्स मेनन को तुरंत रिहा कर देना चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
DM Kidnapped In Chhattisgarh, Alex Menon, Chhattisgarh Collector, Maoists Kidnap Collector, डीएम का अपहरण, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने किया डीएम को अगवा, एलेक्स पॉल मेनन