लखनऊ:
उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने के बाद पूर्ववर्ती बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार के कई फैसले बदलने वाली समाजवादी पार्टी (सपा) अब मायावती राज में बनाए गए जिलों के नाम बदलने जा रही है।
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि पिछली सरकार द्वारा बनाए गए जिलों के नाम बदलने पर सपा सरकार जल्द फैसला लेगी। इस संबंध में बहुत जल्द कैबिनेट की बैठक होने वाली है, जिसमें जिलों के नाम बदलने पर मुहर लगेगी।
कहा जा रहा है कि पहले दौर में केवल तीन जिलों-प्रबुद्धनगर, पंचशीलनगर और भीमनगर के नाम बदले जाएंगे। इन तीनों जिलों को तत्कालीन मायावती ने 2011 में बनाया था। रमाबाईनगर, महामायानगर, कांशीरामनगर और छत्रपति शाहूजी महाराज नगर के नाम दूसरे दौर में बदले जाने के प्रस्ताव हैं।
छत्रपति शाहूजी महाराज नगर जिले के गठन का मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित है लिहाजा सरकार ने विधि विभाग को निर्देशित कर दिया है कि मामले को जल्द निपटाएं ताकि उसके बारे में फैसला लिया जा सके।
सरकार के सूत्रों के अनुसार सभी सातों जिलों का नामकरण उनके मूल नाम के आधार पर रखे जाने का प्रस्ताव सरकार की तरफ से तैयार किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि पिछली सरकार द्वारा बनाए गए जिलों के नाम बदलने पर सपा सरकार जल्द फैसला लेगी। इस संबंध में बहुत जल्द कैबिनेट की बैठक होने वाली है, जिसमें जिलों के नाम बदलने पर मुहर लगेगी।
कहा जा रहा है कि पहले दौर में केवल तीन जिलों-प्रबुद्धनगर, पंचशीलनगर और भीमनगर के नाम बदले जाएंगे। इन तीनों जिलों को तत्कालीन मायावती ने 2011 में बनाया था। रमाबाईनगर, महामायानगर, कांशीरामनगर और छत्रपति शाहूजी महाराज नगर के नाम दूसरे दौर में बदले जाने के प्रस्ताव हैं।
छत्रपति शाहूजी महाराज नगर जिले के गठन का मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित है लिहाजा सरकार ने विधि विभाग को निर्देशित कर दिया है कि मामले को जल्द निपटाएं ताकि उसके बारे में फैसला लिया जा सके।
सरकार के सूत्रों के अनुसार सभी सातों जिलों का नामकरण उनके मूल नाम के आधार पर रखे जाने का प्रस्ताव सरकार की तरफ से तैयार किया जा रहा है।