भारत और अमेरिका के बीच भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े के मामले का विवाद और गहरा गया। भारत ने अमेरिका दूतावास के अधिकारियों को दी जा रही विशेष सुविधाओं को समाप्त करते हुए उतनी ही सुविधाएं देने की घोषणा की है जितनी की भारतीय राजनयिकों को अमेरिका में दी जा रही हैं।
विशेष सुविधाओं के संबंध में जारी किए गए पासों को वापस करने की दी गई अंतिम तारीख सोमवार को समाप्त हो गई और भारत ने मंगलवार को साफ कर दिया कि अब यह सुविधाएं समाप्त समझी जाएं।
साथ ही भारत ने साफ कर दिया कि भारत अब अमेरिकी राजनयिकों को उतनी ही सुविधा देगा जितनी की अमेरिका में भारतीय राजनयिकों को दी जाती है। भारत सरकार ने यह भी साफ कर दिया कि अमेरिकी राजनयिकों के परिजनों को भारत में अब कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाएगी क्योंकि अमेरिका में भारतीय राजनयिकों के परिजनों को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाती है।
गौरतलब है कि भारत ने अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी और उसके बाद उससे बदसलूकी का कड़ा विरोध किया। बाद में भारतीय राजनयिक ढाई लाख डॉलर के मुचलके पर रिहा कर दी गई। न्यूयार्क अदालत ने उनसे अपना राजनयिक पासपोर्ट जमा करने को कहा।
उसके तुरंत बाद भारत सरकार ने देवयानी का तबादला संयुक्त राष्ट्र के अपने स्थाई मिशन में कर दिया ताकि उन्हें पूरी राजनयिक छूट हासिल हो सके।
संयुक्त राष्ट्र ने उनका तबादला स्वीकार कर लिया और उसने अमेरिकी विदेश मंत्रालय को पहचान पत्र जारी करने के लिए आवश्यक दस्तावेज भेज दिया। पहचान पत्र से देवयानी को पूरी राजनयिक छूट हासिल हो जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं