प्रतीकात्मक तस्वीर
पटियाला:
राष्ट्रीय स्तर की एक हैंडबॉल खिलाड़ी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा रही 20 वर्षीय पूजा का शव शनिवार सुबह उसके कमरे में लटकता पाया गया.
पूजा के अभिभावकों का आरोप है कि खालसा कॉलेज के अधिकारियों द्वारा खिलाड़ी को नि:शुल्क छात्रावास सुविधा देने से इनकार करने पर उसने कथित तौर पर यह कदम उठाया.
कोतवाली के एसएचओ गुरप्रीत सिंह भिंडर ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूजा को अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि उसके पिता प्रभु सब्जी विक्रेता हैं और उन्होंने स्युसाइड नोट सौंपा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित कर लिखे पत्र में पूजा ने अफसोस जताया कि वह गरीब है और छात्रावास के शुल्क का भुगतान नहीं कर सकती. पत्र में प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि उसके जैसी गरीब लड़कियों को पढ़ाई की सुविधा निशुल्क मिले.
पूजा ने अपनी मौत के लिए अपने कालेज के एक प्रोफेसर को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि उसी ने उसे हॉस्टल का कमरा देने से इनकार किया और कहा कि वह हर दिन अपने घर से यहां आए जाए. हालांकि इससे उसे हर महीने 3,720 रुपये खर्च करने होंगे, जो उसके पिता वहन नहीं कर सकते.'
पूजा के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. हालांकि खालसा कालेज के प्रधानाचार्य धर्मिंदर सिंह उभा ने कहा कि पूजा को 18 अगस्त को निशुल्क दाखिला दिया गया था.
पूजा के अभिभावकों का आरोप है कि खालसा कॉलेज के अधिकारियों द्वारा खिलाड़ी को नि:शुल्क छात्रावास सुविधा देने से इनकार करने पर उसने कथित तौर पर यह कदम उठाया.
कोतवाली के एसएचओ गुरप्रीत सिंह भिंडर ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पूजा को अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि उसके पिता प्रभु सब्जी विक्रेता हैं और उन्होंने स्युसाइड नोट सौंपा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित कर लिखे पत्र में पूजा ने अफसोस जताया कि वह गरीब है और छात्रावास के शुल्क का भुगतान नहीं कर सकती. पत्र में प्रधानमंत्री से आग्रह किया गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि उसके जैसी गरीब लड़कियों को पढ़ाई की सुविधा निशुल्क मिले.
पूजा ने अपनी मौत के लिए अपने कालेज के एक प्रोफेसर को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि उसी ने उसे हॉस्टल का कमरा देने से इनकार किया और कहा कि वह हर दिन अपने घर से यहां आए जाए. हालांकि इससे उसे हर महीने 3,720 रुपये खर्च करने होंगे, जो उसके पिता वहन नहीं कर सकते.'
पूजा के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. हालांकि खालसा कालेज के प्रधानाचार्य धर्मिंदर सिंह उभा ने कहा कि पूजा को 18 अगस्त को निशुल्क दाखिला दिया गया था.
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