केंद्रीय ऊर्जामंत्री पीयूष गोयल में देश की राजधानी दिल्ली में लगातार बने हुए बिजली संकट के मद्देनज़र उपराज्यपाल नजीब जंग तथा ऊर्जा विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ लंबी बैठक की, जिसके बाद उन्होंने मौजूदा संकट के दो से 10 दिन में हल हो जाने का दावा किया। पीयूष गोयल के अनुसार अधिकारियों को ज़रूरी कदम उठाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हर रोज़ पॉवर बुलेटिन जारी किया जाएगा।
लगभग ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में उपराज्यपाल नजीब जंग की मौजूदगी में केंद्रीय ऊर्जामंत्री ने दिल्ली में बने हुए बिजली संकट के लिए पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पिछले 15 साल से मौजूद सरकार ने दिल्ली की बढ़ती मांग को कतई नज़रअंदाज़ किया, और उत्पादन बढ़ाने की ओर कतई ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले सालों में ऊर्जा से जुड़ी हर तरह की व्यवस्था बेहद लचर रही, और यह संकट मूल रूप से फैसला लेने में देरी की वजह से बढ़ा। उन्होंने बताया कि पिछले 12 साल से बिजली को लेकर कोई फैसले नहीं लिए गए, और क्षेत्र में निवेश नहीं होने से भी बिजली समस्या बढ़ी।
केंद्रीय ऊर्जामंत्री के मुताबिक, अब बिजली उत्पादन बढ़ाया जाएगा, जिसके लिए बवाना प्लांट को गैस दी जाएगी, जो मंगलवार रात तक मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी भी दिल्ली को अतिरिक्त बिजली देने के लिए तैयार है, और दिल्ली को 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
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