दिल्ली में नए विधानसभा चुनाव होंगे। दरअसल, उपराज्यपाल की विधानसभा भंग करने की सिफारिश को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूर कर लिया है। अब यह प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा गया है। दरअसल, दिल्ली में 16 फरवरी से पहले चुनाव कराना जरूरी है।
इससे पूर्व दिल्ली में चुनाव कराने के लिए उपराज्यपाल नजीब जंग ने पहला कदम बढ़ा दिया था। एलजी ने केंद्रीय गृहमंत्रालय को दिल्ली के राजनीतिक हालात पर रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें विधानसभा भंग कर नए चुनाव की सिफारिश की गई थी। यह स्थिति इसलिए पैदा हुई थी, क्योंकि दिल्ली में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी समेत कोई भी राजनीतिक दल सरकार बनाने को तैयार नहीं था।
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली में पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। सामूहिक नेतृत्व के तहत चुनाव लड़ेंगे। पार्टी चुनाव लड़ेगी और दिल्ली में गुड गवर्नेंस और अच्छी सरकार देगी। ये हमारी प्रतिबद्धता है।
कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि हम लोग तो हमेशा चाहते थे कि दिल्ली में चुनाव हों, स्वागत है। दिल्ली में चुनाव होंगे तो बहुत अच्छा होगा।
एनडीटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक, जनवरी की शुरुआत में नए वोटरों को वोटर लिस्ट में जोड़ा जाएगा और नई लिस्ट जनवरी के दूसरे हफ्ते में आएगी, यानी चुनाव उसी के बाद ही संभव हैं।
गौरतलब है कि एक साल पहले हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने 49 दिन तक सरकार चलाने के बाद इस्तीफा दे दिया था। फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
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