नजीब जंग, अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग के अप्रत्याशित इस्तीफे ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी चकित कर दिया है. केजरीवाल ने एक ट्वीट में लिखा है कि 'मैं जंग के इस्तीफे से चकित हूं. उनके भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं.' वहीं नजीब जंग ने अपने इस्तीफे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद दिया है. साथ ही उन्होंने अपनी चिट्ठी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दिया है. इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली की जनता को सहयोग और प्रेम के लिए खासकर राष्ट्रपति शासन के एक साल के समय के दौरान को लेकर शुक्रिया अदा किया.
यहां देखने वाली बात यह है कि अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद से नजीब जंग के साथ उनके मतभेद किसी से छुपे नहीं हैं. जंग और आप सरकार के बीच के विवाद यहां तक बढ़ गए कि आम आदमी पार्टी को कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा.
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ऐसा माना जा रहा है कि नजीब जंग ने इन्हीं विवादों और मतभेदों के चलते तंग आकर इस्तीफा दे दिया. लेकिन जानकारों की मानें तो जंग के कार्यकाल की समय सीमा पूरी हो चुकी थी. हालांकि गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि एलजी के कार्यकाल की समय सीमा तय नहीं है और आम तौर पर दिल्ली में सभी एलजी तीन साल से कम ही समय तक इस पद पर बने रहे हैं. इस तर्क को समझा जाए तो तो नजीब जंग को तीन साल से ज्यादा हो चुके थे क्योंकि उनकी नियुक्ति जुलाई 2013 में हुई थी.
जंग ने अब शिक्षा के क्षेत्र में जाने की बात कही है, वहीं अगले एलजी के नाम की अटकलें लगाई जा रही हैं. दिल्ली के मुख्य सचिव और अतिरिक्त सचिव ने केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात की है. नजीब जंग के इस्तीफे के बाद यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है.
Sh Jung's resignation is a surprise to me. My best wishes in all his future endeavours.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 22, 2016
यहां देखने वाली बात यह है कि अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के बाद से नजीब जंग के साथ उनके मतभेद किसी से छुपे नहीं हैं. जंग और आप सरकार के बीच के विवाद यहां तक बढ़ गए कि आम आदमी पार्टी को कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा.
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ऐसा माना जा रहा है कि नजीब जंग ने इन्हीं विवादों और मतभेदों के चलते तंग आकर इस्तीफा दे दिया. लेकिन जानकारों की मानें तो जंग के कार्यकाल की समय सीमा पूरी हो चुकी थी. हालांकि गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि एलजी के कार्यकाल की समय सीमा तय नहीं है और आम तौर पर दिल्ली में सभी एलजी तीन साल से कम ही समय तक इस पद पर बने रहे हैं. इस तर्क को समझा जाए तो तो नजीब जंग को तीन साल से ज्यादा हो चुके थे क्योंकि उनकी नियुक्ति जुलाई 2013 में हुई थी.
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